S Jaishankar Statement: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन संकट पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देश चीन को जमकर लताड़ लगाई. जयशंकर की लताड़ आतंकवादियों को प्रतिबंधित करने के मामले में लगातार चीन की तरफ से सिक्योरिटी काउंसिल में वीटो अपनाने को लेकर रही. विदेश मंत्री ने बिना चीन का नाम लेते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजनीति की आड़ में यह सब हो रहा है.


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विदेश मंत्री ने चीन को खूब लगाई लताड़


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी को ब्लैक लिस्ट में डालने पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया और कहा कि कुछ देशों ने जब दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादियों में से कुछ को प्रतिबंधित करने की बात आती है, तो उन्होंने छूट दी है. विदेश मंत्री ने कहा कि राजनीति को कभी भी जवाबदेही से बचने के लिए कवर प्रदान नहीं करना चाहिए. अफसोस की बात है कि हमने यह सब होते देखा है.  जब दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने की बात सामने आई तो यह सब हुआ.


चीन ने इस महीने की शुरुआत में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर, भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक और 2008 के मुख्य हैंडलर को नामित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और भारत द्वारा सह-समर्थित प्रस्ताव को रोक दिया था.


बीजिंग बार-बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए सूचीबद्ध करने पर रोक लगाता है. हाल के महीनों में यह तीसरी बार है जब चीन ने भारत-अमेरिका के प्रस्ताव को रोक दिया है. 


वहीं रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने एक बार फिर अपना रुख साफ किया है. भारत की ओर से कहा गया कि टकराव समस्या का समाधान नहीं है और बातचीत से ही मसले का समाधान निकाला जाना चाहिए जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी SCO समिट में रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान उनसे कह चुके हैं.



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