Manipur Violence: ऐसा लगता है जैसे मणिपुर को जंग की आग में झोंकने की एक बड़ी साजिश चल रही है. लेकिन भारतीय सेना के एक जॉइंट ऑपरेशन ने इसका भंडाफोड़ कर दिया है. भारतीय सेना को मणिपुर के पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों के पांच जिलों से 42 हथियार, गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा और जंग से जुड़ा अन्‍य सामान बरामद किया गया.


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5 जिलों में चलाया गया था अभियान


रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शुक्ला ने बताया कि मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ कॉर्डिनेशन में स्पेशल इन्फॉर्मेशन के आधार पर पिछले कुछ दिनों में इंफाल पश्चिम, चंदेल, थौबल, कांगपोकपी और चुराचांदपुर के पांच जिलों में अभियान चलाया गया.


भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद


बरामद हथियारों और गोला-बारूद में दो कार्बाइन मशीन गन (सीएमजी), दो एसएलआर, तीन संशोधित .303 राइफल, एक एम-16 राइफल, तीन लेथोड, 7 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), 13 पिस्तौल, सात सिंगल बैरल राइफल, एक स्नाइपर राइफल, चार सिंगल बैरल 12 बोर गन, एक दंगा रोधी बंदूक, दो सिंगल बोल्ट एक्शन राइफल, एक इम्प्रोवाइज्ड लॉन्ग रेंज मोर्टार, एक 12 बोर गन, कई ग्रेनेड, विभिन्न गोला-बारूद का विशाल जखीरा और जंग जैसे अन्य सामान शामिल हैं.


लेफ्टिनेंट कर्नल शुक्ला ने कहा कि इन हथियारों की सफल बरामदगी और संयुक्त गश्त सेना और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच कॉर्डिनेशन को दर्शाती है, जो इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहद जरूरी है.


बरामद किए गए थे हथियार


मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि जातीय हिंसा के दौरान लूटे गए 3,112 हथियार और 2,551 विस्फोटक बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया था कि इस संबंध में राज्य भर के विभिन्न पुलिस थानों में करीब 625 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 12,247 एफआईआर दर्ज की गई हैं. 


एक अलग घटनाक्रम में असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने शनिवार रात को इंफाल पूर्वी जिले के हट्टा गोलापति इलाके में यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट के एक संदिग्ध कैडर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि यूएनएलएफ कैडर पर इंफाल और उसके आसपास जबरन वसूली, वाहन अपहरण और धमकाने की गतिविधियों में शामिल होने का शक है. सुरक्षाकर्मियों ने लूटी गई एक कार भी बरामद की.


(इनपुट-IANS)