Garuda Shakti: भारतीय सेना का दम.. दुश्मन बेदम, जानें क्या है लहरों के नीचे इंडियन आर्मी की `गरुड़ शक्ति`
Indian army: भारत और इंडोनेशिया के बीच चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास `गरुड़ शक्ति` का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और आपसी समझ को बढ़ाना है.
Indian army: भारत और इंडोनेशिया के बीच चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास 'गरुड़ शक्ति' का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और आपसी समझ को बढ़ाना है. इस अभ्यास से दोनों सेनाओं के विशेष बलों को रणनीतिक समझ बढ़ाने और एक-दूसरे की युद्ध कौशल का आदान-प्रदान करने का अवसर मिल रहा है.
'गरुड़ शक्ति' का इतिहास और महत्व
'गरुड़ शक्ति' भारतीय और इंडोनेशियाई सेनाओं के बीच नियमित रूप से होने वाला अभ्यास है, जिसका मकसद दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मज़बूत बनाना है. इस बार इसका नौवां संस्करण जकार्ता के सिजंतुंग में हो रहा है, जिसमें भारत की पैरा स्पेशल फोर्सेज रेजिमेंट और इंडोनेशियाई विशेष बल 'कोपासस' की टीम शामिल हैं.
जंगल और समुद्री ऑपरेशन का प्रशिक्षण
इस अभ्यास के दौरान दोनों सेनाएं समुद्र और जंगलों में ऑपरेशन का प्रशिक्षण ले रही हैं. भारतीय सेना इंडोनेशियाई सैनिकों को दुश्मनों का सामना करने के लिए अपने उन्नत रणनीतियों और तकनीकों का प्रदर्शन कर रही है, चाहे वह समुद्र की लहरों में हो या घने जंगलों में.
आतंकवादी ठिकानों पर हमले की रणनीतियां
इस संयुक्त युद्धाभ्यास में आतंकवादी शिविरों पर हमले की रणनीतियों पर खास ध्यान दिया जा रहा है. दोनों देशों की सेनाएं अपने विशेष बल कौशल को एकीकृत कर वैलिडेशन एक्सरसाइज कर रही हैं, जिसमें जंगल क्षेत्र में विशेष ऑपरेशनों का अभ्यास शामिल है.
विशेष कौशल और हथियारों का आदान-प्रदान
अभ्यास के दौरान विशेष बलों के उन्नत कौशल, हथियारों, उपकरणों और तकनीकी प्रक्रियाओं पर जानकारी साझा की जा रही है. यह आपसी सहयोग और तकनीकी नवाचारों के आदान-प्रदान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे दोनों सेनाओं की दक्षता में सुधार होगा.
सांस्कृतिक समझ और सैन्य संबंधों को बढ़ावा
यह अभ्यास केवल युद्धक कौशल तक सीमित नहीं है बल्कि दोनों देशों के सैनिकों को एक-दूसरे की संस्कृति और जीवनशैली को समझने का अवसर भी प्रदान कर रहा है. यह द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में एक अहम भूमिका निभाता है.
आपसी सुरक्षा संबंधों की मजबूती
'गरुड़ शक्ति' दोनों देशों के लिए अपनी साझा सुरक्षा उद्देश्यों को प्राप्त करने और रक्षा संबंधों को गहरा करने का महत्वपूर्ण मंच बन गया है. यह अभ्यास दोनों देशों के लिए आतंकवाद और समुद्र सुरक्षा के क्षेत्र में अधिक कुशलता से काम करने की तैयारी को मजबूत करता है.