Indian Military Consideration on Recruitment of Transgenders: दुनिया में कई देशों की सेनाओं में ट्रांसजेंडर्स भी बतौर सैनिक काम कर रहे हैं. अब इन देशों की सूची में भारत का नाम भी शामिल हो सकता है. कथित रूप से भारतीय सेना ट्रांसजेंडर्स को रिक्रूट करने पर विचार कर रही है. इसके लिए ट्रांसजेंडर्स पर्संस प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स एक्ट 2019 का अध्ययन किया जा रहा है. यह एक्ट ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों, उनके कल्याण और अन्य संबंधित मामलों की सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से जनवरी 2020 में लागू किया गया था.


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ट्रांसजेंडर्स की भर्ती का खुल सकता है रास्ता?


सूत्रों के मुताबिक तीनों सेनाओं (Indian Military) की ओर से बनाए गए जॉइंट स्टडी ग्रुप का नेतृत्व सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा महानिदेशालय (DGAFMS) के एक सीनियर अधिकारी कर रहे हैं. यह ग्रुप इस बात का अध्ययन कर रहा है कि क्या ट्रांसजेंडर्स को भारतीय सेनाओं में रक्षा भूमिका में तैनात किया जा सकता है या नहीं. 


'ट्रेनिंग और पोस्टिंग में न मिलें रियायतें'


इसके बाद निदेशालय को की तरह के सुझाव और विचार हासिल हुए, जिन पर अभी स्टडी की जा रही है. अखबार ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि उसे विभिन्न टिप्पणियां और सुझाव मिले हैं, जो प्रारंभिक चरण में हैं. इनमें से कई सुझावों में कहा गया है कि अगर ट्रांसजेंडर्स (Transgenders) की नियुक्ति का फैसला लिया जाता है तो उन्हें सैन्य प्रशिक्षण, कठोर चयन मानकों या कठिन स्थानों पर पोस्टिंग के मामले में कोई विशेष रियायतें नहीं मिलनी चाहिए. वहीं कुछ सुझावों में उनके आवास, शारीरिक बनावट के हिसाब से बुनियादी ढांचा न होने जैसी प्रशासनिक और तार्किक कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया है.


अखबार के मुताबिक स्टडी में यह सवाल भी सामने आया कि अगर ट्रांसजेंडर्स (Transgenders) की नियुक्ति होती है तो उनके पार्टनर की पहचान कैसे की जा सकेगी. इसके साथ ही बाकी सामान्य सैनिकों के साथ उनके मेल-मिलाप का मुद्दा भी उठाया गया. 


इंडियन मिलिट्री भर्ती नहीं करती है ट्रांसजेंडर्स


बताते चलें कि भारत की तीनों सेनाएं (Indian Military) अभी तक ट्रांसजेंडर्स की नियुक्ति नहीं करती हैं. वर्ष 2017 में भारतीय नौसेना ने मनीष कुमार गिरी को इसलिए सेवा से बर्खास्त कर दिया था, क्योंकि वह अपना लिंग परिवर्तन करवाकर साबी गिरी नाम की महिला बन गया था. , जिसे पहले मनीष कुमार गिरी के नाम से जाना जाता था, को बर्खास्त कर दिया था, क्योंकि नौसेना कर्मी ने लिंग परिवर्तन सर्जरी (Transgenders) करवाई थी. उसे बर्खास्त करते हुए नेवी ने कहा कि कर्मी ने बिना मंजूरी लिए अपना सेक्स चेंज करवाया था. इसके बाद वह वो व्यक्ति नहीं रहा, जिसे उसने जॉब के लिए चुना था. 


(एजेंसी इनपुट के साथ)