नई दिल्ली: भारत में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा रही है. सरकार ने कोविशील्ड (Covishield) की दो डोज के अंतर को बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते कर दिया है, जिसको लेकर की लोगों में कन्फ्यूजन है. अब टीकाकरण पर गठित राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के चेयरमैन एनके अरोड़ा (NK Arora) ने इसको लेकर अपनी राय रखी है और बताया है कि क्या दो डोज के बीच अंतर बढ़ाने का फैसला सही है.


'वैज्ञानिक आधार पर लिया गया फैसला'


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एनटीएजीआई के चेयरमैन एनके अरोड़ा (NK Arora) ने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) की दो डोज के बीच अंतराल बढ़ाने का फैसला वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर पारदर्शी तरीके से लिया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से किए गए ट्वीट के मुताबिक एनके अरोड़ा ने कहा कि अंतराल बढ़ाने के मुद्दे पर समूह के सदस्यों के बीच किसी तरह की दो राय नहीं थी.


3 बार बदला जा चुका है 2 डोज के बीच का अंतर


16 जनवरी को जब देश में कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई थी, तब कोविशील्ड (Covishield) की 2 डोज के बीच अंतर 4-6 हफ्ते तय किया गया था. इसके बाद 22 मार्च को इसमें बदलाव किया गया और इसे बढ़ाकर 6-8 हफ्ते कर दिया गया. इसके बाद 13 मई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 वर्किंग ग्रुप की सिफारिश को स्वीकार कर लिया गया है और कोविशील्ड की 2 डोज के बीच अंतर को बढ़ाकर 12-16 हफ्ते किया जा रहा है.


NTAGI के चेयरमैन ने खत्म किया विवाद


हाल के समय में कहा जा रहा था कि कोविशील्ड (Covishield) की 2 डोज के बीच अंतर बढ़ाने के फैसले पर 14 में एनटीएजीआई के 3 सदस्य सहमत नही थे और कहा था कि एनटीएजीआई के पास इस तरह की सिफारिश करने के लिए पर्याप्त डाटा नहीं है. इस विवाद को खत्म करते हुए NTAGI के चेयरमैन एनके अरोड़ा ने कहा कि यह निर्णय विज्ञान पर आधारित था.


अब तक दी गई वैक्सीन की 26.19 करोड़ डोज


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में अब तक (16 जून, सुबह 7 बजे तक) कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की 26 करोड़ 19 लाख 72 हजार 14 वैक्सीन की डोज दी गई है. देश में अब तक 21 करोड़ 26 लाख 81 हजार 921 पहली डोज लगाई गई है, जबकि 4 करोड़ 92 लाख 90 हजार 93 लोग टीके की दोनों डोज ले चुके हैं.


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