ISIS India Head: केंद्रीय एजेंसी NIA के इनपुट पर असम STF ने ISIS के इंडिया हेड हरिस फारूकी को उसके साथी समेत गिरफ्तार किया है. दोनो आतंकी बांग्लादेश बॉर्डर क्रोस करके भारत आए थे. दोनो आतंकियों की NIA को तलाश थी. इनको पकड़ने के लिए इंटरनेशनल बॉर्डर पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. चौंकाने वाली बात है कि हैरिस पहले हरीश था और रेहान पहले अनुराग था. इनका कच्चा चिट्ठा समझना जरूरी है. असल में गिरफ्तारी बुधवार सुबह लगभग 4.15 बजे धुबरी के धर्मशाला क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद हुई है.


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हरीश उर्फ हैरिस अजमल फारूकी पुत्र अजमल फारूकी निवासी चकराता, देहरादून भारत में ISIS का मुखिया है. उसका साथी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पुत्र मनबीर सिंह निवासी दीवाना, पानीपत का रहने वाला है. फारूकी के संपर्क में आने पर वह अपना मजहब बदलकर रेहान बन गया और आईएसआईएस से जुड़ गया. 


दोनों का काला चिट्ठा.. 
अनुराग सिंह उर्फ रेहान ने इस्लाम धर्म अपना लिया था. अनुराग सिंह उर्फ रेहान की पत्नी बांग्लादेशी नागरिक है. इन दोनों का मकसद भारत में ISIS का नेटवर्क स्टेबलिश करना था. दोनों भारत में ISIS के लिए भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साज़िश रच रहे थे. दोनों के खिलाफ NIA, ATS लखनऊ, में मुकदमे दर्ज है. दोनो आरोपियों को असम STF ने NIA को सौंप दिया है.


भारत के लिए था ये प्लान.. 
दोनों के बारे में पुलिस ने भी कई जानकारियां दी हैं. बताया गया कि दोनों आतंकी ISIS की जहरीली सोच से प्रेरित हैं. उन्होंने तमाम हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रखी है. दोनों आतंकी पूरे भारत में कई स्थानों पर आईईडी के जरिए नए आतंकियों की भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिशों में लगे थे. ऐसा करके वे पूरे देश में आईएसआईएस के जिहाद को आगे बढ़ाना चाहते थे. 


अब आगे क्या?
एजेंसी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि असम पुलिस के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणबज्योति गोस्वामी ने बताया कि दोनों का मकसद भारत में आईएसआईएस की जड़ें जमाना और इसका प्रसार करना था. फिलहाल असम पुलिस की एसटीएफ आगे की जांच के लिए दोनों आरोपियों को एनआईए को सौंप देगी. दोनों के खिलाफ ATS के पास भी कई मामले लंबित हैं.