नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने आपराधिक अवमानना के केस (criminal defamation case) में राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) के बेटे विवेक डोभाल से बिना शर्त माफी मांग ली है. वहीं इसी मामले को लेकर कारवां पत्रिका (Caravan magazine) के खिलाफ आपराधिक अवमानना का केस (criminal defamation case) चलता रहेगा. 


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राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहा मामला
राउज एवेन्यू कोर्ट के एडिशनल मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट जज सचिन गुप्ता के सामने पेशी के दौरान जयराम रमेश (Jayram Ramesh) ने कहा, मैंने विवेक के खिलाफ बयानबाजी की थी और चुनाव के माहौल में कई बयान दिए थे. मुझे ऐसा करने से पहले उन्हें वेरिफाई करना चाहिए था.



माफीनामे के बाद विवेक डोभाल ने बयान जारी करते हुए कहा, 'जयराम रमेश ने मेरे और मेरे परिवार पर बेबुनियाद आरोप लगाए थे. हमने केस फाइल किया और अब मामला न्यायलय में है. उन्होंने बिना शर्त माफी मांगी है. हमने उन्हें माफ कर दिया है. उन्होंने वेबसाइट से भी सारे आरोप हटाने के लिए कहा है. मैं अपनी लीगल टीम का धन्यवाद करता हूं. मैं एक प्रोफेशनल आदमी हूं. इसलिए जो गलती उन्होंने की उसकी माफी उन्होंने मांगी है. इस बावत कोर्ट में लेटर दे दिया है.'


विवेक डोवाल का कहना है कि, 'राजनीति में अपने हित साधने के लिए दूसरे राजनेता पर आरोप लगाना कोई नई बात नहीं है. लेकिन बिना किसी सबूत के, बिना जांचे परखे, सिर्फ मोदी (Narendra Modi) को घेरने के लिए उनके करीबियों के परिवार वालों पर झूठे आरोप लगाने का क्या अंजाम होता है, ये आज कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jai Ram Naresh) को पता चल गया. 


जयराम रमेश को मानहानी के मुकदमे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल (NSA Ajit Doval) के बेटे विवेक डोवल से लिखित में माफी मांगनी पड़ी. वहीं डोवाल के वकील डीपी सिंह ने ज़ी मीडिया से खास बातचीत में कहा कि जयराम रमेश ने अदालत के सामने माफी मांगकर भले ही अपनी गलती सुधार ली हो. लेकिन ये मामला सबक है उन सब नेताओ के लिए जो अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किसी पर भी कभी भी बिना सबूत के आरोप लगाकर भाग जाते हैं.



ये था पूरा मामला
‘द कारवां’ नाम की एक मैग्जीन ने अजीत डोभाल और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि NSA के बेटे विवेक, केमैन आइलैंड में हेज फंड चलाते हैं. जो 2016 में नोटबंदी की घोषणा के कुछ दिन बाद रजिस्टर्ड हुआ था. विवेक डोभाल ने मानहानिपूर्ण लेख प्रकाशित करने पर फौजदारी मानहानि शिकायत दायर की थी. जिसमें उन्होंने इस मामले में कांग्रेसी नेता जयराम रमेश के खिलाफ भी अभियोजन का अनुरोध किया था.


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