श्रीनगर: पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बांदीपोरा जिले के हाजिन इलाके में पोहनच कर मुठभेड़ में बंधक बने मासूम आतिफ़ के घरवालों का दुःख बंटा. 11 वर्षीय आतिफ मीर दो पाकिस्तानी लश्कर आतंकियों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद मार दिया गया था.


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ऊमर ने लिखा "अभी मैं हाजिन से लोटा जहां मैं मासूम आतिफ की मौत पर शोक व्यक्त करने गया था. आतिफ एक 11 साल का लड़का था, जो अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, जिसे पिछले सप्ताह आतंकवादियों ने बंधक बना लिया था.



ऊमर ने ट्वीट कर आगे लिखा "एक पिता के लिए अपने छोटे बच्चे के ताबूद को कंधा देने से ज्यादा बुरा कुछ नहीं हो सकता है और एक मां के लिए अपने बच्चे की कब्र पर रोने से बुरा कुछ नहीं हो सकता है. कश्मीर में माता-पिता ने आज तक बहुत सहा है.”



अब्दुल्ला ने कहा: "उनका परिवार अपने बच्चे के दुख से बाहर निकल नहीं पा रहा है, ख़ास तोर पर दुखी माता-पिता ख़ुद को इस दुःख से निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अल्लाह युवा आतिफ मीर को जन्नत में जगह दे."



आतिफ मीर को दो पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 23 मार्च को हाजिन के मीर मोहल्ले में सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी के दौरान बंधक बना लिया था. आतिफ़ के माता-पिता, गावों के बुजर्गों द्वारा बार-बार अपील करने के बावजूद, आतंकवादियों ने उस मासूम को रिहा नहीं किया. इस घटना की कश्मीर में हर वर्ग ने निंदा हुई.