Terrorist in Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सेना और पुलिस मिलकर लगातार आतंकवाद की कमर तोड़ने में लगे हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ जॉइंट ऑपरेशन में दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में लश्कर-ए-तैयबा के पांच हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार कर दो आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. इन आतंकियों के पास से काफी मात्रा में हथियार भी बरामद हुआ है. 


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आला पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने में एक बड़ी सफलता मिली है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर दो आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और पांच हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इन आतंकवादियों के कब्जे से 2 पिस्तौल, 3 हैंड ग्रेनेड, 1 यूबीजीएल, गोला-बारूद समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं.


आतंकियों की भर्ती करने का मिला था फरमान


गिरफ्तार आतंकवादियों की पहचान आदिल हुसैन वानी, सुहैल अहमद, ऐतमाद अहमद लावे, मेहराज अहमद लोन और सबजार अहमद खार के रूप में की गई है. अधिकारियों ने कहा कि इन दहशतगर्दों को सुरक्षाबलों पर आतंकवादी हमले का काम सौंपने के अलावा दक्षिण कश्मीर के इलाकों में और ज्यादा आतंकवादियों को भर्ती करने के लिए भी कहा गया था.


पुलिस अधिकारियों ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबल इन आतंकवादियों पर नजर रख रहे थे और इससे पहले वे अपने नापाक इरादों में सफल हो पाते, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि आगे की जांच जारी है और उन्हें मामले में कुछ और गिरफ्तारियों की उम्मीद है.


अब तक 16 देशद्रोही गिरफ्तार


सुरक्षा बलों की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में अब तक 16 देशद्रोहियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 7 सक्रिय हाइब्रिड आतंकवादी भी शामिल हैं. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है. इस महीने 6 आतंकवादियों के अलावा पूंछ क्षेत्र में 2, उरी में 2 और कोकरनाग में तीन दशकों की सबसे लंबी मुठभेड़ में 2 आतंकवादी मारे गए.


सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि फोकस जम्मू-कश्मीर की पहाड़ियों पर चला गया है और यह ज्यादातर पीर पंजाल रेंज पर है. मई के बाद से इसी रेंज में सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं और सुरक्षा बलों को नुकसान भी हुआ है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में छिपे आतंकवादियों तक पहुंचने के लिए जल्द ही जम्मू कश्मीर की पहाड़ियों में तलाशी अभियान शुरू किया जाएगा.