Kathua encounter: कठुआ के दहशतगर्दों का द एंड! पाकिस्तान में बनी मैगी, चॉकलेट और दवाएं लेकर आए आतंकवादी; क्या मुंबई हमले जैसी थी साजिश
Jammu Kashmir News: आतंकी आए, हमला किया और फरार हो गए. बीते तीन दिनों के भीतर हुए 3 आतंकी हमलों से एक बार फिर देश में गुस्से में उबाल है, एक बार फिर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सर्जिकल स्ट्राइक की मांग उठ रही है.
Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में 3 दिन के अंदर तीन बड़े आतंकी हमले हुए जिसमें आम लोगों के साथ सुरक्षाबल के जवानों को भी निशाना बनाया गया. 9 जून को रियासी में हुए हमले के बाद कल रात करीब साढ़े 8 बजे कठुआ में आतंकियों ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने वहां पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हीरानगर के सैदा सुखल गांव में घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी और खाना मांगा. जिसपर ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची सुरक्षाबल की टीम ने आतंकियों को घेर लिया और दोनों तरफ से फायरिंग हुई. आतंकियों ने DIG और SSP की गाड़ियों को निशाना बनाकर हमला भी किया. वहीं जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी ढेर हो गया. दूसरा आतंकवादी भी कुछ देर बाद मारा गया. इस दौरान मुठभेड़ में CRPF का एक जवान भी शहीद हो गया.
पाकिस्तान में बनी चॉकलेट, मैगी और दवाएं बरामद
इस हमले में शामिल दूसरे आतंकी की तलाश जारी है पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी गई है और सर्च ऑपरेशन जारी है. आतंकी की तलाश के लिए ड्रोन से भी मदद ली जा रही है. वहीं जो आतंकी मारा गया उसके पास से मिले सामान से ये साबित हो गया कि वो पाकिस्तान से यहां दहशत फैलाने के इरादे से आया था. आतंकी के पास से
30 राउंड वाली 3 मैगज़ीन.
24 राउंड वाली 1 मैगज़ीन.
3 हैंड ग्रेनेड, 75 राउंड गोलियां.
1 लाख रुपये की करेंसी.
पाकिस्तान में बनी चॉकलेट, खाने का सामान.
पाकिस्तान में बनी दवाएं, इंजेक्शन.
और एंटीना लगा हुआ एक हैंडसेट बरामद हुआ है.
वहीं बीजेपी नेता कविंद्र गुप्ता ने उम्मीद जताई की सुरक्षाबल को आतंकियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन में कामयाबी मिलेगी. एकदम से खत्म नहीं होता आतंकवाद, घाटी में 35 साल से है आतंकवाद, इस ऑपरेशन में भी कामयाबी मिलेगी. बताया जा रहा है कि जहां हमला हुआ उसके आस-पास के कई किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया है और आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी है.
तीन दिन में तीन आतंकी हमले
पहला आतंकी हमला: 9 जून को रियासी जिले के शिव खोड़ी इलाके के पास आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला किया, जिसमे 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए थे. पिछले 60 घंटे से वहां ऑपरेशन जारी है.
दूसरा आतंकी हमला: कठुआ जिले के हीरानगर इलाके में आतंकियों ने एक घर को निशाना बनाया. जानकारी के मुताबिक आतंकी खाना मांगने आए थे, लेकिन लोगों द्वारा मना करने पर आतंकियों ने इनपर फायरिंग कर दी. इसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ जिसमे एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है, वहीं दूसरे आतंकी के साथ ऑपरेशन जारी है. इस हमले में तीन स्थानीय लोग भी घायल है
तीसरा आतंकी हमला: डोडा जिले के छत्रकला इलाके में सेना के एक कैंप पर हमला हुआ. इस हमले के बाद आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है. जानकारी के मुताबिक इस हमले में सेना के दो जवान भी घायल हुए हैं. कठुआ जिले के हीरानगर में हुए हमले को लेकर एडीजीपी जम्मू ज़ोन ने जानकारी देते हुए बताया कि ये आतंकी हालही में घुसपैठ करके यहां पहुंचे हैं. इसके अलावा कठुआ जिले से ही हालही में घुसपैठ की कईं घटनाएं सामने आई हैं
कठुआ आतंकी घुसपैठ का ट्रेडिशनल रूट
कठुआ का हीरानगर इंटरनेशनल बॉर्डर आतंकियों की घुसपैठ का एक ट्रेडिशनल रूट रहा है. 90 के दशक से पिछले कुछ सालों तक कईं आतंकियों ने इस इलाके से घुसपैठ की है. हीरानगर के जिस इलाके में इस समय मुठभेड़ चल रही है, यहां से इंटरनेशनल बॉर्डर करीबन 15 किलोमीटर की दूरी पर है, यहां से हीरानगर, लुंडी, भूबिया और राजपुर इंटरनेशनल बॉर्डर पड़ता है. ये आतंकियों का एक ट्रेडिशनल रूट रहा है. इसमें तीन महत्वपूर्ण नाले पड़ते हैं जिनमे बैयी नाला, तर्नाह नाला और नारला नाला शामिल है
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी घुसपैठ के बाद कठुआ के ही किसी गांव में लोगों को डरा धमका कर पनाह लेते हैं और फिर कश्मीर की और रवाना होते हैं. जहां से आतंकी वारदात को अंजाम देते हैं.
ऐसे में अमरनाथ यात्रा के शुरू होने से कुछ दिन पहले आतंकियों ने एक बार फिर अपने ट्रेडिशनल रूट का इस्तेमाल कर आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिश की है. सुरक्षा बलों के लिए ये एक बड़ा चैलेंज बन चुका है.
जिस तरह से इन आतंकवादियों के पास से चॉकलेट, मैगी, पाश्ता और अन्य सामान बरादम हुआ है , उससे एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं कि क्या ये आतंकवादी मुंबई हमले जैसी गहरी साजिश करके तो नहीं आए थे.