Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर स्थित बोटा पाथरी और आस-पास के इलाकों में कई सुरक्षा बलों द्वारा दूसरे दिन भी व्यापक तलाशी अभियान जारी रहा. सेना, पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बल फोर्सेज ने संयुक्त अभियान चलाया, हैलीकॉप्टर और ड्रोन के गश्त भी जारी रहे ताकि गाने जंगलों में आतंकियों का पता लगाया जा सके. जैद मोहम्मद एसएसपी बारामुल्ला ने कहा कि अभियान रात भर के लिए रोक दिया गया था, लेकिन आज तड़के फिर से शुरू हो गया. 


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इनपुट-आधारित तलाशी अभियान


उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा बल बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान में शामिल हैं. हमने पहले भी पट्टन और क्रेरी इलाकों में कई इनपुट-आधारित तलाशी अभियान शुरू किए हैं. जहां तक ​​साक्ष्यों की बात है, बोटापाथरी आतंकी हमले में 3-4 आतंकियों के शामिल होने का संदेह है.


असल में सुरक्षाबलों के सूत्रों ने बताया कि अगस्त के महीने के पहले महीने में 5-7 पाकिस्तानी आतंकियों का एक समूह, जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस और उची प्रशिक्षित है, गुलमर्ग सेक्टर में घुसपैठ करने का इनपुट है और इसी इलाके में सक्रिय है और ऐसा लगता है कि बोटापाथरी में हमला करने वालों में वे ही शामिल हैं.


इस बीच, बीएसएफ के भर्ती की भव्य पासिंग आउट परेड और सत्यापन समारोह में एलजी मनोज सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, उन्होंने बीएसएफ की अथक ड्यूटी की प्रशंसा की. एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि दुर्भाग्य से, हमें एक ऐसा पड़ोसी मिला है जो हमेशा अपनी स्थिति खराब होने के बावजूद यहाँ शांति को बाधित करने की कोशिश करता है. लेकिन सुरक्षाबलों ने कश्मीर में उभरती स्थिति से निपटने के लिए एक नई रणनीति बनाई है.


खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे


सिन्हा ने कहा कि हम कश्मीर में बहाए गए निर्दोष लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे.हाल के गगनगीर और बोटपोरा हमलों की निंदा करते हुए एलजी ने कहा कि आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने के लिए फोर्स को अपना दायरा बढ़ाने और केंद्रीय बलों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने की जरूरत है." पुलिस, सेना और बीएसएफ सहित केंद्रीय बलों को जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे.”


सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक अशोक यादव ने नवनियुक्त जवानों को बधाई देते हुए कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियां ​​मिलकर काम कर रही हैं.


अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे


अशोक यादव ने कहा, "एक समन्वित प्रतिक्रिया होगी. हम अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं." फोर्स उचित खतरे का विश्लेषण कर रहा है और उसके अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं. बर्फबारी से पहले कुछ घुसपैठ हो सकती है, सेना के साथ बीएसएफ एक मजबूत काउंटर घुसपैठ ग्रिड बनाए हुए है और हम सुनिश्चित करेंगे कि हर कोशिश को नाकाम किया जाए.”


कश्मीर में सबसे सुरक्षित इलाके माने जाने वाले गगनगीर और बोटापाथरी हमलों के बाद सुरक्षाबल चौंके हैं और उन्हें कश्मीर में सभी सुरक्षा प्रतिष्ठानों में स्थिति की समीक्षा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है ताकि अगर कोई खामियां हैं तो उन्हें दूर किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे सभी आतंकी हमलों का समय रहते मुंहतोड़ जवाब दिया जाए.