Terrorist arrest : जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हाइब्रिड आतंकवादियों पर शिकंजा कसा गया है. इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा के तीन करीबियों समेत पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने पिछले 24 घंटों में कश्मीर घाटी में एक साथ चार सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों को अंजाम दिया है. पुलिस का दावा किया है कि शुक्रवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में स्थित पाखरपोरा इलाके में सेना के साथ एक हाइब्रिड आतंकवादी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है.


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इन इलाकों से दबोचे गए पांच आतंकवादी


पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक दबोचे गए आतंकवादियों की पहचान कारापोरा चरार-ए-शरीफ निवासी तनवीर अहमद भट के रूप में की गई है, जो एक सक्रिय हाइब्रिड आतंकवादी है. वहीं उसके सहयोगी की पहचान कारापोरा चरार-ए-शरीफ के निवासी यावर मकबूल गनई के रूप में की गई है. वही श्रीनगर जिले में एक और हाइब्रिड आतंकवादी को हथगोले के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने आज लाल चौक इलाके में चौकसी बढ़ा दी है. एक अन्य आपरेशन में पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में लश्कर-ए-तैयबा संगठन के दो आतंकवादियों के सहयोगी को गिरफ्तार करने का दावा किया है.


सेब के बागान में छिपे थे आतंकवादी गोला-बारूद और आपत्तिजनक सामग्री बरामद


पुलिस ने कहा कि विशिष्ट खुफिया इनपुट पर कार्रवाई करते हुए पुलवामा पुलिस द्वारा गुडूरा पुलवामा के सेब के बागानों में गहन तलाशी अभियान चलाया गया. सर्च आपरेशन के दौरान सूझबूझ से आतंकों के 02 साथियों को पकड़ लिया गया. उनकी पहचान सुहैल फिरदौस निवासी महरादपोरा उत्तरपोरा पुचाल और शाहिद गुल निवासी वागम पुलवामा के रूप में हुई है. उन्होंने कहा, 'जांच से पता चला कि दोनों आरोपी व्यक्ति प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक सक्रिय आतंकवादी आकिब शेर गोजरी के आतंकवादी सहयोगी हैं और पुलवामा में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकवादी आकिब शेर-गोजरी के साथ साजिश में थे.'


पुलिस प्रवक्ता ने आगे बताया कि उनके कब्जे से हथियार गोला-बारूद और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है.


आईईडी डिफ्यूज


इस बीच उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के लदेरवान इलाके में सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बम बरामद किया, BDS को बुलाया गया और बिना किसी नुकसान के IED को नष्ट कर दिया गया. इससे पहले इलाके की घेराबंदी करते हुए यातायात को डायवर्ट कर दिया गया था.