नई दिल्ली: मुंबई के क्रिस्टल टॉवर में लगी आग में 17 लोगों की जान बचाने वाली जेन सदावर्ते को राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जेन ने स्कूल में हादसों से निपटने का सबक सीखा था. जब क्रिस्टल टॉवर में आग लगी थी तब इस 10 साल की बच्ची ने बहुत हिम्मत और सूझ बूझ से काम लिया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अफरा तफरी के बीच 10 साल की छात्रा जेन ने अपने स्कूल में बताए गए आग से बचने के उपायों को अपनाकर परिवार और कई पड़ोसियों की जान बचाई थी. जेन के पिता गुणरत्न पेशे से वकील हैं. पुरस्कार विजेता जेन सदावर्ते का कहना है कि किसी की जान बचाने से मैं संतुष्ट हूं और आगे सामाजिक कार्य करना चाहती हूं. जेन ने कहा कि वह ट्रान्सजेंडर्स के  अधिकारों के लिए काम करना चाहती हैं.


ये भी देखें-