Bihar News: बिहार में सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं. एक तरफ बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली पहुंचे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी और जेडीयू ने अपने सारे विधायकों को पटना तलब किया है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार जल्द विधानसभा भंग कर पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन जेडीयू नेता केसी त्यागी ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि गठबंधन सलामत है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के ट्वीट के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई, जिसे लेकर नीतीश बेहद खफा थे. नीतीश कुमार के परिवारवाद पर बयान और रोहिणी आचार्य के ट्वीट को लेकर केसी त्यागी ने कहा, हम बच्चों के कमेंट्स पर कमेंट नहीं करते. नीतीश कुमार का कमेंट ना तो लालू यादव पर था और ना ही सोनिया गांधी पर. वह कर्पूरी ठाकुर की तारीफ कर रहे थे. दरअसल रोहिणी आचार्य के सवाल के जवाब में केसी त्योगी ने कहा-Who is She?  हमारे यहां बच्चों को बड़ों के मसलों पर नहीं बोलना चाहिए.


शाह-नड्डा करेंगे बीजेपी नेताओं संग बैठक


दूसरी ओर गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी चीफ जेपी नड्डा गुरुवार रात बिहार भाजपा के नेताओं के साथ बड़ी बैठक कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, बिहार के राजनीतिक हालात को लेकर विस्तार से चर्चा करने के लिए बीजेपी ने दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है. बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सहित बिहार से जुड़े कई नेता दिल्ली पहुंच गए हैं.


सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू नेता केसी त्यागी के बीच पटना एयरपोर्ट पर बातचीत भी हुई. बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान दिल्ली की उच्चस्तरीय बैठक में बिहार भाजपा के नेताओं के साथ राज्य के राजनीतिक हालात, राज्य में हो रही राजनीतिक हलचल और खासकर नीतीश कुमार की तरफ से आई शर्तों पर विस्तार से चर्चा कर सकती है.बैठक में नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में वापसी के फॉर्मूले पर भी चर्चा हो सकती है.


केंद्र में आ सकते हैं नीतीश!


दरअसल, बिहार बीजेपी के ज्यादातर नेता यह चाहते हैं कि अगर इस बार नीतीश कुमार फिर से एनडीए गठबंधन में वापस आते भी हैं तो उन्हें बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए, बिहार में भाजपा का सीएम बने और जेडीयू कोटे से कोई नेता डिप्टी सीएम बने और नीतीश कुमार को राष्ट्रीय स्तर पर कोई भूमिका दी जाए.


हालांकि, बिहार बीजेपी के नेताओं ने इसे लेकर अंतिम फैसला करने का जिम्मा पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है. यह भी बताया जा रहा है कि दिल्ली में होने वाली इसी बैठक में पार्टी आलाकमान की तरफ से बिहार प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी नेताओं को नीतीश कुमार के मसले पर कोई विवादित बयान नहीं देने की हिदायत भी दी जा सकती है.


इसके बाद अमित शाह या पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताजा राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी देंगे और इसके बाद ही भाजपा नीतीश कुमार की तरफ से आए संकेतों पर कोई अंतिम फैसला करेगी.


बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार रात को अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक की थी. सूत्रों की माने तो तीनों नेताओं की इस उच्चस्तरीय बैठक में भी बिहार के राजनीतिक हालात और नीतीश कुमार के स्टैंड को लेकर चर्चा हुई थी.