Covid-19 Symptoms: क्या देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की चौथी लहर आने वाली है? क्या कोरोना एक बार फिर जिंदगी की रफ्तार पर ब्रेक लगाने वाला है? क्या कोरोना एकबार फिर भयावह होने वाला है? नए साल के स्वागत के बीच देश के कई राज्यों में इन्हीं सवालों पर चर्चा हो रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया में कोरोना की रफ्तार डराने वाली है. WHO ने कहा है कि दुनियाभर में कोविड के नए केस में 52% का इजाफा हुआ है. यकीनन, दुनिया भर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.


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आज कितने मिले कोरोना के नए मामले?


इसी को देखते हुए WHO ने सलाह दी है कि अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें. नियमों के मुताबिक, वैक्सीन लें. मास्क पहनकर निकलें. अपने हाथों को साफ रखें और घर को हवादार बनाएं रखें. कोविड को लेकर जारी इस सलाह को इसलिए भी गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि भारत में एक बार फिर से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 423 मामले मिले हैं. इनमें से 266 नए मामले केरल में दर्ज किए गए हैं.


कोरोना के लक्षणों को ना करें इग्नोर


जबकि कोरोना के मामलों में दूसरे नंबर पर कर्नाटक है और यहां पर 70 नए मामले मिले हैं. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में भी कोविड के पांच नए केस मिले हैं. कम से कम 12 राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ते हुए दिख रहे हैं. जानकारों का कहना है कि कोरोना के इस नए वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है. हां सावधानी जरूर बरतनी होगी. ये 10 लक्षण दिखने पर तुरंत सावधान हो जाएं और जांच जरूर करवाएं.


JN.1 के 10 लक्षण


1. बार-बार तेज बुखार आना


2. लगातार खांसी आना


3. जल्दी थकान आना


4. नाक बंद होना


5. नाक का बहना


6. गले में दर्द या खराश होना


7. उल्टी-दस्त आना


8. माइग्रेन जैसा सिरदर्द होना


9.  गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं


10. सांस लेने में कठिनाई


सरकार की है पूरी तैयारी


बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों पर सरकार की नजर बनी हुई है. लोगों में अगर कोरोना से लक्षण मिलते हैं तो इसकी जांच की जाएगी. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि किसी भी तरह की स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी है. यूपी के अस्पतालों में कोरोना को लेकर एहतियातन मॉक ड्रिल किए जा रहे हैं. अस्पतालों के OPD में जांच बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं. पिछले वेरिएंट की तरह ही कोरोना के JN.1 वेरिएंट की भी जांच आरटी-पीसीआर के जरिए से ही की जा रही है.