नई दिल्ली: जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के राष्ट्रपति (US President) पद की कमान संभालने जा रहे हैं. इसके साथ ही आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका (India America) के रिश्तों को लेकर भी चर्चा की जा रही है, वर्ष 2013 में एक बार जो बाइडेन ने ऐसे सवालों का खुद ही जवाब दिया था. तब उन्होंने भारत के साथ खुद का रिश्ता बताया था. इसके अलावा सवाल यह भी है कि अब बदले हालातों में भारत के लिए बाइडेन और मोदी सरकार के साझा प्रयास क्या रंग लाएंगे?

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मोदी-बाइडेन के बीच केमेस्ट्री?
बाइडेन जब अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लिए उन्होंने वाशिंगटन में लंच का आयोजन किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब भी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. ऐसे में इन दोनों नेताओं के बीच की केमेस्ट्री भारत-अमेरिका के रिश्तों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकती है.

असल में दो देशों के रिश्ते सिर्फ दो नेताओं के रिश्ते भर नहीं होते हैं इसलिए ये माना जा रहा है, जो बाइडेन की जीत के बाद भी भारत और अमेरिका की दोस्ती वैसी ही रहेगी जैसी आज है. अगर ऐसा ही रहा तो कुछ खास बातें हैं जिनका जिक्र करना आश्यक है. उनमें से एक है रक्षा संबंध.

रक्षा संबंध
जानकारों के मुताबिक रक्षा संबंध में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. दोनों देशों के बीच संयुक्त अभ्यास होते रहेंगे. सैन्य समझौते भी जारी रहेंगे.

आर्थिक संबंध
बात करें आर्थिक संबंध की तो ये और बेहतर होने की उम्मीद है. आपसी कारोबार बढ़ सकता है क्योंकि उप राष्ट्रपति रहते हुए इस तरह के एक करार को लेकर जो बाइडेन ने सक्रिय भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही भारतीयों को ग्रीन कार्ड और ज्यादा संख्या में मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि IT सेक्टर में भी भारतीय कंपनियों को फायदा होगा.

मंत्र से की थी प्रचार की शुरुआत
अमेरिका में मौजूदा चुनाव के दौरान भी बाइडेन और कमला हैरिस (Kamala Harris) दोनों ने वहां बसे भारतीयों का वोट अपने पाले में करने की पूरी कोशिश की. भारत से बाइडेन का रिश्ता काफी पुराना है. ये वही जो बाइडेन हैं, जिन्होंने अपने प्रचार की शुरुआत मंत्र से की थी.

यही नहीं, इस बार जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भारतीय-मूल की कमला हैरिस ने दुनियाभर के हिंदुओं को नवरात्रि की बधाई दी थी. कह सकते हैं कि जो बाइडेन का भारत के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर है. वो कई मुद्दों पर भारत से रिश्ते मजबूत करने की बात कहते आए हैं.

भारत से नाता
एक बार जो बाइडेन ने भारत से रिश्ता भी बताया था. बाइडेन वर्ष 2013 में बतौर उप राष्ट्रपति जब भारत यात्रा पर आए थे तब उन्होंने मुंबई में कहा था कि वर्ष 1972 में जब वह पहली बार सीनेट के सदस्य बने थे तो उन्हें मुंबई में रह रहे एक बाइडेन का पत्र मिला था. इस पत्र के माध्यम से उन्हें बताया गया, भारत के बाइडेन और जो बाइडेन के पूर्वज एक ही हैं. उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे.


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