UP News: यूपी के कानपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां ठंड से बचने के नाम पर किसान यूनियन के नेताओं ने ट्रेन में सवार बाकी लोगों को मौत के मुंह में ढकेलने की तैयारी कर ली थी. यही वजह थी कि कानपुर देहात में संगम एक्सप्रेस से धुएं का गुबार निकलने की खबर मिलते ही कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया. स्टेशन में तैनात अफसरों के हाथ-पांव फूल गए. हालांकि कोई अनहोनी नहीं हुई इसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली. हालांकि जांच में पता चला कि धुआं किसी आग का नहीं था बल्कि ट्रेन में अंगीठी जलाकर तापने का धुआं था. संगम एक्सप्रेस मेरठ से प्रयागराज (इलाहाबाद) जा रही थी. धुएं का तेज गुबार दिखा तो यात्री अनहोनी की आशंका से डरकर दूसरे डब्बों की ओर भागे. घटना की चेकिंग की गई तो पता कि ठंड से बचाव के लिए किसान यूनियन के नेताओं और कार्यकर्ताओ ने अंगीठी जलाई थी.


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झींझक में रोकी गई ट्रेन-कानपुर सेंट्रल पर तलाशी


रेलवे कंट्रोल रूम को खबर मिलते ही गाड़ी कानपुर देहात के झींझक स्टेशन पर रोकी गई. वहां चेकिंग के दौरान पता चला कि किसान यूनियन के लोग अंगीठी जलाकर ताप रहे हैं धुंआ उसी अंगीठी से निकल रहा है. जिसके बाद यात्रियों को उतारा गया, अंगीठी को बुझा कर फेका गया. फिर पूरी पड़ताल के बाद रेलगाड़ी को आगे रवाना किया गया. ट्रेन जैसे ही कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर 5 पर पहुंची, तो स्टेशन डायरेक्टर, AC, GRP और RPF का पूरा अमला पहुंच गया. पूरी गाड़ी की तलाशी ली गई लेकिन कहीं भी अंगीठी नहीं मिली.


कानपुर से प्रयागराज के लिए कड़े इंतजाम के बीच बढ़ी गाड़ी


हालांकि रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) को इनपुट मिला था कि अंगीठी को झींझक में फेंक दिया गया. दंडनीय अपराध होने के बावजूद इस मामले में किसी तरह की कानूनी कारवाही नहीं होने की खबर है. हालांकि ट्रेन में सवार यात्री और सोशल मीडिया पर लोग आरोपी किसान नेता और समर्थकों की इस करतूत पर नाराजगी जताते हुए रेलवे से एक्शन की मांग करते नजर आए.