Kapil Sibal asked the question to the Election Commission: कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव से पहले राजनेताओं की जुबानी जंग अपने चरम पर पहुंच चुकी है. एक पार्टी का अपनी प्रतिद्वंदी पार्टी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. गौरतलब है कि इस दौरान कांग्रेस द्वारा एक विज्ञापन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया. कांग्रेस की इस टिप्पणी पर निर्वाचन आयोग की ओर से सबूत मांगे गए. वहीं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कांग्रेस पर आतंकवाद में लिप्त लोगों के साथ पिछले दरवाजे से राजनीतिक बातचीत करने का आरोप लगाया गया. PM की इसी टिप्पणी पर राज्यसभा सासंद कपिल सिब्बल ने निर्वाचन आयोग से सवाल किया है.


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कपिल सिब्बल ने क्या कहा?


राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस टिप्पणी पर सबूत मांगना चाहिए जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर आतंकवाद में लिप्त लोगों के साथ पिछले दरवाजे से राजनीतिक बातचीत में शामिल होने का आरोप लगाया है. आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा के खिलाफ अखबारों में प्रकाशित ‘भ्रष्टाचार रेट कार्ड’ विज्ञापन को लेकर कांग्रेस की कर्नाटक इकाई को नोटिस जारी किया है और अपने आरोपों को साबित करने के लिए पार्टी से रविवार की शाम तक सबूत देने को कहा है. यह नोटिस शनिवार को भाजपा द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जारी की गई.


कपिल सिब्बल ने किया ट्वीट


राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने घटनाक्रम को लेकर ट्वीट किया है कि चुनाव आयोग ने भाजपा के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर कांग्रेस से सबूत मांगे हैं. प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस पर आतंकवाद में लिप्त लोगों के साथ पिछले दरवाजे से बातचीत करने का आरोप लगाए जाने के संबंध में सबूत मांगने को लेकर क्या किया जा रहा है. सिब्बल ने आगे लिखा कि क्या चुनाव आयोग में प्रधानमंत्री से सबूत मांगने की हिम्मत नहीं है? बता दें कि कपिल सिब्बल राज्यसभा के निर्दलीय सदस्य हैं. इससे पहले वो UPA सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. गौरतलब है कि शनिवार को कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पीएम मोदी के उन आरोपों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए आतंकवाद को पनाह दी.


(इनपुट: एजेंसी)