करनाल: फिर बेनतीजा रही प्रशासन के साथ बैठक, IAS के खिलाफ कार्रवाई पर अड़े किसान
करनाल में किसानों और प्रशासन के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही. राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, `खट्टर सरकार किसान आंदोलन को करनाल तक सीमित करने की साजिश कर रही है, जो सफल नहीं होगी.`
करनाल: एसडीएम आयुष सिन्हा (IAS Ayush Sinha) के खिलाफ कार्रवाई और मामले की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बुधवार को स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की, जिसमें प्रमुख किसान नेता शामिल रहे. जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लेने वाले 13 प्रतिनिधियों में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत, कार्यकर्ता योगेंद्र यादव शामिल रहे. अधिकारियों के साथ ये बैठक भी बेनतीजा रही.
'आंदोलन सीमित करने की साजिश'
बैठक में जाने से पहले राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, 'खट्टर सरकार किसान आंदोलन को करनाल तक सीमित करने की साजिश कर रही है, जो सफल नहीं होगी.' उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध जारी रहेगा. इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करना चाहेंगे. टिकैट ने कहा, सरकार अधिकारी को बचाने की कोशिश कर रही है. हमारी बातचीत जारी रहेगी. यहां भी प्रदर्शन जारी रहेगा. इससे पहले, किसान नेताओं ने आपस में एक बैठक की, जहां उन्होंने स्थानीय प्रशासन को आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई करने का एक और मौका देने का फैसला किया, जिन्होंने 28 अगस्त को पुलिस को विरोध करने वाले किसानों पर बलप्रयोग का निर्देश दिया था.
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सभी बैठकें रहीं बेनतीजा
बैठक में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, करनाल स्थित बीकेयू नेता जगदीप सिंह चढूनी और कई अन्य कृषि यूनियनों के प्रतिनिधियों ने करनाल के जिला कलेक्टर सहित राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने का फैसला किया. धरने के पहले दिन मंगलवार को इसी मुद्दे पर तीन दौर की बैठक हुई, लेकिन वे सभी बैठकें बेनतीजा रहीं. योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारी दूसरे दिन की बातचीत भी असफल रही है. सरकार के अड़ियल रवैये में कोई परिवर्तन नहीं आया है. किसानों की मांग है कि IAS पर मुकदमा दायर होना चाहिये, मगर कुछ नहीं हुआ.
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