कांग्रेस-बीजेपी की अंदरूनी खींचतान ये पार्टी है बेहद खुश, बुनने लगी किंगमेकर बनने का सपना!
Karnataka assembly election 2023: पार्टी के अंदर के विद्रोह की आग को कांग्रेस और बीजेपी बुझाने में लगे हैं. वहीं, जेडीएस इसका लाभ उठाने को तैयार नजर आ रही है. जेडीएस ने अभी तक एक ही लिस्ट जारी की है और दूसरी लिस्ट में वो दोनों पार्टियों से टिकट गंवाने वाले बागी नेताओं को जगह देने के लिए पूरी तरह तैयार है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की सियासत में दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) यानी जेडीएस के बीच होने वाली इस चुनावी जंग से पहले तीनों पार्टियों ने लगभग सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. हालांकि, पार्टी की लिस्ट जारी होते ही कांग्रेस और बीजेपी के बागी नेताओं की बाढ़ सी आ गई है. बड़ी संख्या में नेताओं ने पार्टी के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ने का मन बनाया है. ऐसे में जेडीएस के लिए ये मौका किसी जैकपॉट से कम नहीं है.
जेडीएस इस समय कांग्रेस और बीजेपी में अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं के स्वागत के लिए इंतजार में है. विधानसभा चुनावों के लिए जारी उम्मीदवारों की लिस्ट के साथ ही कई नेताओं के टिकट कट गए हैं. ऐसे में उम्मीदवारों नहीं मिलने से नेता निराश हैं और इसकी वजह से राष्ट्रीय दलों को कर्नाटक में बड़े पैमाने पर विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है.
विद्रोह की इस आग को कांग्रेस और बीजेपी बुझाने में लगे हैं. वहीं, जेडीएस इसका लाभ उठाने को तैयार नजर आ रही है. जेडीएस ने अभी तक एक ही लिस्ट जारी की है और दूसरी लिस्ट में वो दोनों पार्टियों से टिकट गंवाने वाले बागी नेताओं को जगह देने के लिए पूरी तरह तैयार है.
जेडीएस ने कांग्रेस और बीजेपी से पहले ही, दिसंबर 2022 में अपने 93 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी. हालांकि, उसने दूसरी लिस्ट अभी तक जारी नहीं की है, जिसके आज यानी शुक्रवार को आने की संभावना है.
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को जारी होने वाली लिस्ट में पार्टी राष्ट्रीय दलों के बागियों को शामिल करने के लिए अपनी पहली लिस्ट में भी बदलाव करने के लिए तैयार नजर आ रही है. वर्तमान में जेडीएस को 131 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करनी है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के अंदर की बगावत से जेडीएस को पूरे प्रदेश में मजबूती मिलने जा रही है.
उत्तर कर्नाटक में बीजेपी के कई नेता जेडीएस में शामिल हुए हैं. इस इलाके को जेडीएस का गढ़ माना जाता है. हालांकि, इस बदलाव से जेडीएस का नेतृत्व काफी बहुत खुश है. जेडीएस के लिए कहा जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी किंग मेकर बन सकती है. उसे उम्मीद है कि सूबे में जेडीएस को 40 से ज्यादा सीटों पर जीत मिल सकती है.
चुनाव से पहले कांग्रेस में जाने वाले जेडीएस के वरिष्ठ नेता वाई.ए.एस.वी. दत्ता फिर पार्टी में वापस आ गए हैं. वो कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज थे. वहीं, अरकलागुडु निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी नेता ए.मंजू के जेडीएस के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना है. इसके अलावा हनागल सीट से कांग्रेस नेता मनोहर तहसीलदार, जेवरगी से बीजेपी नेता डोड्डप्पा गौड़ा पाटिल, चित्रदुर्ग से कांग्रेस से रघु अचार जेडीएस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
इनके अलावा जेडीएस के टिकट पर बीजेपी के मल्लिकार्जुन खुबा बसवकल्याण से, भाजपा के वीरभद्रप्पा हलहरवी हुबली-धारवाड़ पूर्व सीट से, कांग्रेस के योगेश बाबू मोलाकलमुरु से, कांग्रेस के श्रीकांत घोटनेकर हलियाल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की संभावना है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी|