बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) में एक मुस्लिम युवक के निकाह (Muslim Marriage) पर बवाल मचा हुआ है. इस युवक ने हाल ही में केरल (Kerala) के रीति रिवाजों के अनुसार शादी की थी, जिसके बाद कर्नाटक में उसके खिलाफ धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने की शिकायत दर्ज कराई गई. कर्नाटक के तटवर्ती जिले दक्षिण कन्नड़ में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक दूल्हा सुपारी के पौधे से बना हुआ मुकुट पहने हुए है और उसका चेहरा काले रंग से पुता हुआ है. इस वीडियो को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच बहस जारी है और दोनों ही समुदाय इसे हिंदू आस्था के प्रति अपमान करार दे रहे हैं.


फतवा जारी करने की तैयारी 
 


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कहा जा रहा है कि दूल्हे ने अनुसूचित जाति कोरागा समुदाय के कोरागज्जा की तरह अपने सिर पर मुकुट पहना और चेहरे को काला किया. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कन्नड़ मुस्लिम संघ के अध्यक्ष के अशरफ ने कहा, ‘हमने इसका विरोध किया है, क्योंकि ऐसी किसी परंपरा, जो गैर-इस्लामिक है, से किसी अन्य समुदाय की भावनाएं आहत करना गलत है. ये मुस्लिम सभ्यता नहीं है. काजी इस रिवाज के खिलाफ फतवा जारी करने पर विचार कर रहे हैं’.



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शिकायतकर्ता ने दिया ये तर्क
 


इस संबंध में पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में चेतन प्रभु नामक व्यक्ति ने कहा है कि यह हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अपमान है और इस तरह की बेशर्मी समाज में अशांति और आपसी सद्भाव भंग कर सकता है. प्रभु ने आईपीसी की धाराओं 153 और 295 के तहत कार्रवाई करने की मांग की है. जिस शख्स को लेकर बवाल मचा हुआ है, उसका नाम है उमरुल्लाह बशिथ और वह केरल के कासरगोड़ में मंजेश्वर तालुका के उप्पला गांव में रहते हैं. हाल ही में उनकी शादी दक्षिण कन्नड़ ज़िले के बंतवाल तालुका के सालेथुर गांव की रहने वाली लड़की से हुई है.


‘अपमान वाली कोई बात नहीं’
 


हालांकि बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोगा संघत्ना संघ की पूर्व अध्यक्ष सुशीला नाड ने बताया कि कोरागज्जा की कोई झलक नहीं थी. और दूल्हे द्वारा पहने गए मुकुट में कोई समानता नहीं थी. इस मुद्दे को बेमतलब में हिंदुओं के अपमान का मसला बताया जा रहा है. जबकि अपमान की कोई बात नहीं है. कुछ लोग इस मुद्दे को उन मुद्दों की तरह तूल दे रहे हैं जिनसे सामाजिक सद्भाव भंग होता है. वहीं, कोरागा संघ से जुड़े मातादी कहते हैं कि दूल्हा टी-शर्ट भी पहने था. क्योंकि उसका चेहरा काले रंग से पुता था, इसका ये मतलब नहीं है कि वह हमारी कोरागज्जा देवी जैसा दिख रहा था.


सांप्रदायिक नफरत फैलाने की साजिश
 


इसके साथ ही डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मुनीर कतिपाला ने कहा, ‘ये दोनों राज्यों कर्नाटक और केरल की सीमा के करीब स्थित गांव है. उत्तरी केरल में मुसलमानों के बीच एक परंपरा है कि दूल्हा शादी के बाद अपने दोस्तों के साथ रात्रिभोज पर दुल्हन के घर पहुंचता है. इसे कासरगोड़ में 'थला' के नाम से जाना जाता है. प्राथमिक रूप से यह केरल के मोफ्ला लोगों की परंपरा है. कुछ लोग सांप्रदायिक नफरत के अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने की कोशिश कर रहे हैं और मुस्लिम पक्ष इस्लाम की शुद्धता पर जोर देने की कोशिश कर रहा है.


‘ये मुस्लिम संस्कृति नहीं’
 


कन्नड़ मुस्लिम संघ के अध्यक्ष के अशरफ का कहना है कि ये सिर्फ किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना भर नहीं हैं. जब इस तरह की शादियां होती हैं तो लड़के वाले देर रात लड़की के घर पहुंचकर हंगामा करते हैं. इससे मुसलमानों का नाम भी खराब होता है. ये मुस्लिम संस्कृति नहीं है. उधर, बसिथ ने एक वीडियो में कहा कि उनका किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करने का इरादा नहीं था. ये मजेदार था, मेरे दोस्त मस्ती करना चाहते थे. अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफ़ी मांगता हूं. दक्षिण कन्नड़ जिले के पुलिस अधीक्षक सोनावने ऋषिकेश भगावान ने बताया है कि इस मामले में युवक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.