दिल्ली: करोड़पति बनने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है़। लेकिन वाराणसी में ऐसा मंदिर है जो भक्तों को करोड़पति बनाता है। यहां  कौड़ियादेवी को कौड़ियां चढ़ाने से इतनी संपत्ति मिलती है कि करोड़पति बनने में देर नहीं लगती। काशी की कौड़िया माता को महालक्ष्मी  का रुप माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि जब शबरी ने श्री राम को जूठे बेर खिलाये तो उन्हे बहुत पश्चाताप हुआ। उन्होंने भगवान  श्रीराम से क्षमा मांगी। तब श्रीराम ने उन्हें कलियुग में काशी में निवास करने का वरदान दिया। जब कलियुग में शबरी, काशी आईं तब  उन्हें शिवजी और मां अन्नपूर्णा ने यह स्थान दिया। कौड़िया माता का यह मंदिर भी उसी स्थान पर है। तभी से भक्त माता को कौड़ियां  चढ़ाने लगे। पूर्व जन्म में शबरी ही कलियुग में  कौड़िया देवी के नाम से प्रसिद्ध हुईं। 
​-कहां है कौड़िया माता का मंदिर? 
-कौड़िया माता का मंदिर वाराणसी के खोजवा इलाके में पड़ता है, वाराणसी रेलवे स्टेशन से आप दुर्गा कुंड के लिए ऑटो पकड़ें, फिर आप रिक्शे या पैदल भी कौड़िया माता के मंदिर पहुंच सकते हैं। वाराणसी स्टेशन से कौड़िया माता का मंदिर सिर्फ 6 किलोमीटर दूर है। अगर कारोबार में घाटा हो रहा है, नया काम शुरु करना चाहते हैं, पैसे-रुपए आने के बावजूद खर्च होता रहता है, तो आप कौड़िया माता के  मंदिर में जाकर कौड़ियां चढ़ायें। हो सकता है कि कौड़िया माता आपकी आर्थिक तंगी बहुत जल्दी ख़त्म कर दें।
कौड़ी मां लक्ष्मी का प्रतीक क्यों?
समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी और कौड़ी दोनों ही प्रकट हुई थीं। इसीलिए मां लक्ष्मी को कौड़ियां चढ़ाने से धन-संपत्ति की कमी नहीं   होती।
कौड़ी से कैसे आएंगी लक्ष्मी?
कौड़िया माता के मंदिर में जाकर तो आप अमीर बनने के लिए कौड़ियां चढ़ा सकते हैं। लेकिन अगर आप वहां नहीं जा सकते तो कौड़ी का   साधारण सा उपाय करके भी आप मां लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं। इसके लिए आप मां लक्ष्मी का किसी भी शुभ समय पूजन करें। उन्हें   खीर का भोग लगाएं और पूजा करते समय 2 पीली कौड़ियां भी पास रखें। पूजा के बाद दोनों पीली कौड़ियों को अलग अलग लाल कपड़े में  बांधें। फिर एक कौड़ी धन स्थान यानि लॉकर या तिजोरी में रखें। दूसरी कौड़ी अपने पर्स में रखें। ऐसा करने से आपका पर्स हमेशा पैसे   रुपए से भरा रहेगा। अगर आपको कहीं भी कौड़ी गिरी हुई मिले तो उसे संभाल कर रखें।     


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