कठुआ: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि केवल आतंकवादियों को मार गिराने से आतंकवाद को खत्म नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए ज्यादा “मानवीय नजरिए” की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों का खतरा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा का बढ़ता स्तर, आतंकवाद के बाद घाटी की सबसे बड़ी समस्याएं हैं.


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पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में 947 सैनिकों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए पीडीपी नेता ने कहा, “हमें कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करना है. लेकिन केवल आतंकवादियों को मार कर आतंकवाद खत्म नहीं किया जा सकता.” कश्मीर में सुरक्षा बलों ने इस वर्ष सबसे ज्यादा करीब 200 आतंकवादियों को मार गिराया है.


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महबूबा ने कहा, “हमें आतंकवाद के पीछे के कारणों और वास्तविक समस्या को समझना होगा.” राज्य में चरमपंथ से निपटने के लिए एक “नरम’’ रवैया अपनाने की वकालत करते हुए उन्होंने सरकार के हालिया फैसले का हवाला दिया जिसमें घाटी में पहली बार पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ मामला वापस लेने को कहा गया था.


उन्होंने कहा, “पुलिस को इन बच्चों की काउंसलिंग करनी होगी. मैंने पैलेट पीड़ितों को हाल ही में अपने घर बुलाया था. मैं यह जानकर हैरान थी कि उनमें से ज्यादातर नाबालिग (14, 15 और 15 साल की उम्र) थे.” महबूबा ने उकसावे की गंभीर स्थितियों में भी अनुशासन और नियंत्रण प्रदर्शित करने के लिए राज्य पुलिस की भी तारीफ की.


(इनपुट - एजेंसी)