KK Pathak Viral Video: बिहार में शिक्षा विभाग के ACS केके पाठक (KK Pathak) के मामले पर बड़ा अपडेट है. केके पाठक की तरफ से टीचर्स को अपशब्द कहने की घटना को रिकॉर्ड करने वाले DPO सहरसा रजनीश कुमार झा को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें कि केके पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में टीचर्स के लिए अपमानजनक शब्द कहे थे. जांच में पाया गया कि सहरसा DPO रजनीश कुमार झा ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया था और वायरल कर दिया था. इसी के चलते ये कार्रवाई हुई है.


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केके पाठक वायरल वीडियो का पूरा मामला


जान लें कि बीते 20 फरवरी को शिक्षा विभाग की मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही थी. उसमें विभागीय कार्यों की समीक्षा की जा रही थी. तभी जब केके पाठक टीचरों के लिए कथित रूप से अपशब्दों का इस्तेमाल करने लगे तो डीपीओ रजनीश कुमार झा ने बिना इजाजत लिए उसका वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया. इसके बाद जब डीपीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली.


डीपीओ रजनीश कुमार झा ने किस नियम का किया उल्लंघन?


बता दें कि डीपीओ रजनीश कुमार झा को सस्पेंड करने का आदेश सह अपर सचिव निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने दिया है. विभाग की तरफ से जारी लेटर में कहा गया है कि डीपीओ रजनीश कुमार झा ने बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 के नियम 3 का उल्लंघन किया है. इसमें अनाधिकृत रूप से जानकारी लीक करने की बात शामिल है.


कोर्ट तक पहुंचा केके पाठक का मुद्दा


जान लें कि टीचर्स को गाली देने का मामला कोर्ट तक पहले ही पहुंच चुका है. एक सीनियर वकील विनोद कुमार इस मामले को लेकर सीजेएम कोर्ट पहुंच चुके हैं. सीनियर एडवोकेट विनोद कुमार ने कहा कि केके पाठक ने जो भी कहा है कि वह बहुत ही ऑब्जेक्शनेबल है. इसकी कड़ी आलोचना होनी चाहिए. मेरी पत्नी भी एक टीचर है. केके पाठक की बात से लाखों टीचर आहत हुए हैं.


केके पाठक पर कार्रवाई की मांग


एडवोकेट विनोद कुमार ने बताया कि मैंने केके पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. केके पाठक के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 और 506 के तहत केस दर्ज करने की मांग की है. जान लें कि केके पाठक का विवादों से नाता नया नहीं है. टीचर्स को अपशब्द कहने के अलावा एक घटना अधिकारियों को भला-बुरा कहने की भी है. जिसका काफी विरोध हुआ था.


(इनपुट- प्रशांत झा)