Lal Krishna Advani Health News: दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज हुए लालकृष्ण आडवाणी, तबीयत पर ताजा अपडेट
भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक, वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी बीमार हैं. उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. लेकिन अब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
LK Advani: भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी बीमार हैं. पिछली रात में उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की स्पेशल टीम ने 96 साल के भाजपा के दिग्गज नेता का इलाज किया. सुबह 10 बजे के करीब ताजा अपडेट मिला है. दरअसल, ओल्ड एज संबंधी समस्या की वजह से उन्हें एम्स में भर्ती कराना पड़ा है. आडवाणी एम्स में रूम नंबर 201 ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रहे. एम्स यूरोलॉजी विभाग के सीनियर डॉक्टर प्रोफेसर अमलेश सेठ के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज किया.
उनके परिवार के सदस्यों के मुताबिक आडवाणी की तबीयत ठीक है. एम्स के डॉक्टर ने आडवाणी के कई टेस्ट किए हैं. इसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज किया गया। दिल्ली एम्स के प्राइवेट वार्ड से लालकृष्ण आडवाणी अपने सरकारी आवास के लिए रवाना हो गए.
इससे पहले, एम्स की तरफ से तड़के 4 बजे के करीब पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी गई थी. एम्स के बयान में बताया गया, 'वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को एम्स में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर है और वह निगरानी में हैं.' अस्पताल ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी. उन्हें अस्पताल के जेरियाट्रिक डिपार्टमेंट के स्पेशलिस्ट की निगरानी में रखा गया है. दिग्गज नेता उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
दरअसल, समय-समय पर घर पर ही आडवाणी के स्वास्थ्य का चेकअप किया जा रहा था लेकिन कुछ घंटे पहले तबीयत खराब हुई तो अस्पताल ले जाया गया.
आडवाणी को इसी साल 30 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत रत्न से सम्मानित किया था.
1927 में कराची में जन्मे आडवाणी 1942 में स्वयंसेवक के तौर पर संघ से जुड़े. वह 1986 से 1990 तक, इसके बाद 1993 से 98 और 2004 से 2005 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं. वह देश के गृह मंत्री और अटल सरकार में उप- प्रधानमंत्री भी रहे. 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें पीएम कैंडिडेट घोषित किया था.
देश में उन्हें राम मंदिर आंदोलन के अगुआ के तौर पर जाना जाता है. 1990 के दशक में उनके इस अभियान के चलते ही देश में भारतीय जनता पार्टी का ग्राफ बढ़ा और बहुत जल्द पार्टी के लोकसभा सांसदों की संख्या बढ़ने लगी. आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है. 2014 में पहली बार भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया. 2019 में भी भाजपा ने बहुमत दोहराया.