`मेरे पिता 32 साल कांग्रेस में रहे, उनके साथ कई बार अन्याय हुआ...`
लंबे समय तक कांग्रेस में रहे ललातेंदु विद्याधर मोहापात्रा उर्फ लुलू मोहपात्रा की मौत के बाद उनका पूरा परिवार बीजेपी में शामिल हो गया है.
लंबे समय तक कांग्रेस में रहे ललातेंदु विद्याधर मोहापात्रा (Lalatendu Bidyadhar Mohapatra) उर्फ लुलू मोहपात्रा की मौत के बाद उनका पूरा परिवार बीजेपी में शामिल हो गया है. उड़ीसा की राजनीति में खास पकड़ रखने वाले लुलू मोहपात्रा का पिछले साल नवंबर में लीवर की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. शनिवार को उनके पूरे परिवार ने बीजेपी की सदस्यता हासिल कर ली. इस मौके पर लुलू मोहपात्रा की बेटी उपासना मोहपात्रा ने कहा, 'मेरे पिता 32 साल कांग्रेस में रहे, लेकिन कई बार उनके साथ अन्याय हुआ.' लुलू के भाई ललातेंदु भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
लुलू परिवार की सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'कांग्रेस का पतन हो रहा है. युवाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति विश्वास बढ़ा है.'
लुलू मोहपात्रा युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय नेता था. उड़ीसा में युवा कांग्रेस की कमान लंबे समय तक लुलू के पास रही. उड़ीसा कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रह चुके लुलू 1995, 2000 और 2004 में ब्रह्मागिरी सीट से विधायक बने. इन्हें उड़ीसा में कांग्रेस का फायर ब्रांड नेता भी कहा जाता था.
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साल 2010 में एक सड़क दुर्घटना में लुलू मोहपात्रा के लीवर को नुकसान पहुंचा था. महज 52 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया था. उनके परिवार के लोगों का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इसे इस लिहाज से भी अहम माना जा रहा है कि लुलू मोहपात्रा का राहुल गांधी से भी करीबी रिश्ते थे. NSUI के अध्यक्ष रहते हुए राहुल गांधी के लिए उन्होंने कई रैलियों के आयोजन का भी जिम्मा संभाला था.