Aditya L1 Launch Live Updates: आदित्य L1 का चौथा चरण भी सफल, PSLV से हुआ अलग; PM मोदी ने दी बधाई
ISRO Sun Mission Live Updates: चंद्रयान-3 के बाद भारत ने आज एक और इतिहास रच दिया है. सूर्य की स्टडी के लिए इसरो ने अपने पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को लॉन्च कर दिया है.
Aditya L1 ISRO Solar Mission Live Updates: भारत अब तेजी से स्पेस पावर (Space Power) बनता जा रहा है. भारत ने चंद्रमा पर फतह पाने के बाद आज सूर्य के अध्ययन के लिए अपना पहला आदित्य-एल1 (Aditya L1) मिशन लॉन्च कर दिया है. इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत सूर्य तक पहुंचने वाले गिने-चुने देशों की सूची में शामिल हो जाएगा. आदित्य-एल1 का मकसद सूर्य की किरणों का अध्ययन करना है. आदित्य-एल1 उद्देश्य CORONA से निकलने वाली गर्मी और गर्म हवाओं की स्टडी करना है. इसरो (ISRO) इस मिशन की मदद से सौर वायुमंडल और तापमान का अध्ययन करेगा. आदित्य-एल1 सौर तूफानों के आने की वजह, सौर लहरों और उनका धरती के वायुमंडल पर क्या असर होता है इसका भी पता लगाएगा. मिशन आदित्य-L1 (Mission Aditya L1) को ISRO के ISTRAC के साथ यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के सैटेलाइट ट्रैकिंग सेंटर भी ट्रैक करेंगे. आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग के साथ भारत की स्पेस एजेंसी ISRO दुनिया की उन चुनिंदा अंतरिक्ष एजेंसियों में शुमार हो जाएगी जिन्होंने अब तक सूर्य की स्टडी के लिए मिशन लॉन्च किए हैं. इस लिस्ट में अमेरिका (US) का नासा (NASA), यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA), जापान और चीन के अंतरिक्ष मिशन का नाम शामिल है.
नवीनतम अद्यतन
आदित्य एल1 निर्धारित कक्षा में हुआ स्थापित
आदित्य एल1 का चौथा चरण भी सफल हुआ. आदित्य एल1 निर्धारित कक्षा में स्थापित हो गया है. वो PSLV से अलग हो गया है.
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
इसरो ने आज सूर्य मिशन आदित्य L1 सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. इसके लिए पीएम मोदी ने इसरो को बधाई दी है. पीएम मोदी ने पोस्ट किया कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है. इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 की सफल लॉन्चिंग के लिए बधाई. संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करने के लिए हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे.
गृह मंत्री अमित शाह ने दी बधाई
इसरो के सूर्य मिशन आदित्य L1 की आज सफल लॉन्चिंग हो गई है. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं.
लॉन्चिंग के बाद लगे 'भारत माता की जय' के नारे
इसरों के सूर्य मिशन आदित्य एल1 की लॉन्चिंग को देखने के लिए श्रीहरिकोटा में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए. लॉन्च होते ही लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए.
Aditya L1 Launch LIVE: भारत ने रच दिया इतिहास! Surya Mission का 'तीसरा चरण' भी सफलतापूर्वक पूरा
ISRO का Aditya L1 हुआ लॉन्च, PM मोदी की बड़ी बातें
Aditya-L1: पीएसएलवी के अलग होने का तीसरा चरण पूरा
आदित्य एल1 की लॉन्चिंग के बाद सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में वैज्ञानिक बड़े ही खुश नजर आए. जान लें कि पीएसएलवी के अलग होने का तीसरा चरण पूरा हो चुका है.
आदित्य एल1 हुआ लॉन्च
Aditya L1 Live Updates: इसरो ने श्रीहरिकोटा से आज 11 बजकर 50 मिनट पर सूर्य मिशन आदित्य एल1 लॉन्च कर दिया है. अंतरिक्ष के क्षेत्र में इसरो ने इतिहास रच दिया है.
Live Tv
आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग में बस कुछ मिनट बाकी
Aditya L1 Launch: आदित्य-एल1 लॉन्च होने में अब कुछ ही मिनट बाकी हैं. आदित्य-एल1 सूर्य के नजदीक एल1 पॉइंट पर पहुंचने में करीब 4 महीने का वक्त लेगा. आदित्य-एल1 11 बजकर 50 मिनट पर लॉन्च होगा.
थोड़ी देर में लॉन्च होगा आदित्य-L1
Aditya L1 Launch Live: इसरो का सूर्य मिशन आदित्य-L1 अब से थोड़ी देर में लॉन्च होगा. आदित्य-L1 11 बजकर 50 मिनट पर लॉन्च होगा. ISRO आज इतिहास रचने जा रहा है.
Aditya-L1 : आज ISRO करेगा भारत का पहला Surya Mission Launch, उलटी गिनती शुरू | Sun Mission 2023
15 लाख किलोमीटर की यात्रा करेगा आदित्य-L1
सूर्य की ओर अपनी यात्रा के दौरान आदित्य-L1 करीब 15 लाख किलोमीटर की यात्रा करेगा. आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग PSLV-XL रॉकेट से होगी, जिसे ISRO ने PSLV-C57 नंबर दिया है.
Aditya L1 Mission Launch: आज भारत बढ़ाएगा अपने पहले Solar Mission कदम! सूर्य की ओर भरेगा उड़ान
यूरोपीय स्पेस एजेंसी भी आदित्य L1 को करेगी ट्रैक
मिशन आदित्य L1 को ISRO का ISTRAC तो ट्रैक करेगा ही साथ ही यूरोपीय स्पेस एजेंसी के सैटेलाइट ट्रेकिंग सेंटर भी ट्रैक करेंगे. आदित्य के लॉन्च के साथ भारत का ISRO दुनिया की उन चुनिंदा अंतरिक्ष एजेंसियों में शामिल हो जाएगा जिन्होंने अब तक सौर अध्य्यन मिशन लॉन्च किए हैं. इसमें अमेरिका के नासा, यूरोपीय ESA के अलावा जापान और चीन के अंतरिक्ष मिशन शामिल हैं.
आदित्य-L1 की अतंरिक्ष में उड़ान आज
इसरो (ISRO) आज आदित्य-L1 लॉन्च करके इतिहास रचेगा. 321 टन के वजन के साथ रॉकेट अंतरिक्ष में उड़ान भरेगा. प्रोफेसर आरसी कपूर ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण दिन है. आदित्य-एल1 सूर्य के कोरोना का अध्ययन करेगा. जिसका अध्ययन सामान्यतः पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान ही किया जा सकता है.
Aditya L1 Mission Launch Update LIVE: सूर्य मिशन के लॉन्च से पहले मंदिर पहुंचे ISRO Chief S Somnath
आदित्य L1 को अंतरिक्ष में ले जाएगा PSLV-C57 रॉकेट
इसरो का सबसे भरोसेमंद कहा जाने वाला PSLV रॉकेट देश के पहले सूर्य मिशन को अंतरिक्ष में ले जाएगा. PSLV-C57 रॉकेट के जरिए आदित्य L1 को 11:50 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा और विभिन्न चरणों में यह रॉकेट 1 घंटा 13 मिनट में इसे 195000 x 235 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित करेगा. लॉन्च के वक्त 321 टन का रॉकेट 451.9 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से उड़ान भरेगा और 1480.7 किलोग्राम वजन वाले आदित्य L1 सैटेलाइट को अधिकतम 34902 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड तक जाएगा.
ग्रहण भी नहीं रोक पाएंगे आदित्य-एल1 का रास्ता
खगोलशास्त्री संजीव वर्मा ने कहा कि किसी स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में सूर्य और पृथ्वी के बीच इस प्वाइंट पर इसलिए रखा जाता है ताकि वह एक जगह टिका रहे और ईंधन भी कम खर्च हो. इस प्वाइंट से सूर्य को बिना किसी रोकटोक या बाधा के देखा जा सकता है. यहां तक कि ग्रहण भी आदित्य-एल1 का रास्ता नहीं रोक पाएंगे. आदित्य-एल1 के जरिए हम दूसरी गैलेक्सी के तारों के बारे में और जानकारी हासिल करेंगे. सूर्य के अध्ययन से दूसरे ग्रहों के मौसम और उसके व्यवहार को भी समझा जा सकता है.
Aditya-L1 : आज ISRO करेगा भारत का पहला Surya Mission Launch, उलटी गिनती शुरू
ISRO के Aditya L-1 का डीएनए टेस्ट! जानें क्या है Surya Mission का मकसद?
Aditya L1 Mission Launch: आज भारत बढ़ाएगा अपने पहले Solar Mission कदम! सूर्य की ओर भरेगा उड़ान
सूर्य की ओर बढ़ेंगे ISRO के कदम
50 दिन के अंदर भारत की दूसरी अंतरिक्ष उड़ान आज होगी. चंद्रयान-3 की कामयाबी के बाद अब सूर्य की ओर ISRO के कदम बढ़ेंगे. आज सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो का पहला सूर्य मिशन आदित्य L1 लॉन्च किया जाएगा.
सूर्य मिशन के मिलेंगे ये फायदे
जानकारों के मुताबिक भारत के इस सूर्य मिशन से कई फायदे होने जा रहे हैं. इससे सेटेलाइट और स्पेसक्राफ्ट को अनजान खतरों से बचाने में मदद मिलेगी. सौर खतरा आने पर पहले से वॉर्निंग दी जा सकेगी. गैलेक्सी के तारों की जानकारी हासिल हो सकेगी. ताकतवर सौर ऊर्जा का असर पता चल सकेगा. थर्मल, मैग्नेटिक क्रिया का परीक्षण किया जा सकेगा. यही नहीं इससे धरती की ओर आने वाले तूफानों पर भी नजर रखी जा सकेगी.
सूर्य की ग्रेविटी दिखाएगी असर?
वैज्ञानिकों के अनुसार जहां धरती की ग्रेविटी खत्म होगी, वहीं से सूर्य की ग्रेविटी का असर शुरू हो जाएगा. दोनों की ग्रेविटी के बीच वाली जगह पर ही L1 प्वाइंट है. पृथ्वी-सूर्य के बीच 5 लैग्रेंज प्वाइंट चिह्नित हैं. इन्हीं में से L1 पॉइंट पर भारत के सूर्य मिशन की तैनाती की जाएगी. इस पॉइंट का यह नामकरण इटली के गणितज्ञ जोसफ-लुई लैग्रेंज के सम्मान में रखा गया है.
आदित्य-L1 मिशन का उद्देश्य
भारत का यह महत्वाकांक्षी मिशन सौर आंधियों, चुंबकीय क्षेत्र का अध्ययन करेगा. इसके साथ ही सूर्य की बाहरी परत की विस्तार से स्टडी की जाएगी. सौरमंडल के ऊपरी वातावरण की भी स्टडी की जाएगी. स्पेस में मौसम कैसा रहता है, इसका भी पता लगाया जाएगा. साथ ही फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर की जानकारी भी इकट्ठा की जाएगी.
इस तरह रवाना होगा मिशन
आदित्य L1 की उड़ान आज रोमांच रहने वाली है. सबसे पहले स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी की निचली कक्षा में उड़ेगा और ऑनबोर्ड प्रोपल्शन का इस्तेमाल शुरू करेगा. पृथ्वी की ग्रेविटी से बाहर निकलने पर स्पेसक्राफ्ट अपने क्रूज फेज में प्रवेश कर जाएगा. उसमें लगे 7 पेलोड में 3 पेलोड लैग्रेंज1 की स्टडी करेंगे, जबकि 4 पेलोड दूर से आंकड़े इकट्ठा करेंगे.
क्या करेगा आदित्य L1?
आदित्य L1 सूर्य पर नहीं जा रहा बल्कि यह धरती से 15 लाख किमी दूर सूरज के रास्ते में L1 प्वाइंट तक जाएगा. वहां से सूर्य पर 24 घंटे नजर रखना मुमकिन होता है. सूर्य मिशन वहां से सूर्य की किरणों पर अध्ययन करेगा. उसमें रिसर्च के लिए 7 पेलोड लगे हैं.
इसरो के सामने बड़ी चुनौती
आज देश का पहला 'मिशन सूर्य' लॉन्च होने के बाद इसरो की सबसे बड़ी चुनौती उसे सुरक्षित तरीके से लैग्रेंज प्वाइंट तक पहुंचाना होगी. इसके साथ ही मिशन के दौरान लगातार आदित्य L1 से संपर्क बनाए रखना और उसे सही कक्षा में स्थापित करना भी बड़ा चैलेंज होगा.
इस पॉइंट तक जाएगा आदित्य एल-1
इसरो के मुताबिक आदित्य एल-1 मिशन लैग्रेंज प्वाइंट तक जाएगा. इस दौरान वह लगातार 4 महीने तक उड़कर करीब 15 लाख किमी की दूरी तय करेगा. यह दूरी चंद्रमा से करीब 5 गुना ज्यादा है.
आज सुबह लॉन्च होगा 'मिशन सूर्य'
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि देश का पहला 'मिशन सूर्य' आज सुबह 11.30 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. लॉन्चिंग के 125 दिन बाद वह मिशन अपने टारगेट पॉइंट पर पहुंच जाएगा.