PM Modi Red Fort speech: राष्ट्र को संबोधित करते हुए बोले PM मोदी, भारत किसी के लिए खतरा पैदा नहीं करता
PM Modi Live speech from Red Fort : गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती (400th Birth Anniversary of Guru Tegh Bahadur) के मौके पर PM मोदी ने लाल किले (Red Fort) से भाषण दिया.
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प्रधानमंत्री ने कहा, नई सोच, सतत परिश्रम और शत प्रतिशत समर्पण, ये आज भी हमारे सिख समाज की पहचान है. आजादी के अमृत महोत्सव में आज देश का भी यही संकल्प है. हमें अपनी पहचान पर गर्व करना है. हमें लोकल पर गर्व करना है, आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है.
भारत किसी के लिए खतरा पैदा नहीं करता
भारत ने कभी किसी देश या समाज के लिए खतरा नहीं पैदा किया. आज भी हम पूरे विश्व के कल्याण के लिए सोचते हैं. हम आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, तो उसमें पूरे विश्व की प्रगति लक्ष्य का सामने रखते हैं.
भारत आज भी अमर खड़ा है
पीएम मोदी बोले- गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान ने, भारत की अनेकों पीढ़ियों को अपनी संस्कृति की मर्यादा की रक्षा के लिए, उसके मान-सम्मान के लिए जीने और मर-मिट जाने की प्रेरणा दी है. बड़ी-बड़ी सत्ताएं मिट गईं, बड़े-बड़े तूफान शांत हो गए, लेकिन भारत आज भी अमर खड़ा है, आगे बढ़ रहा है.
PM मोदी ने कहा, पिछले वर्ष ही हमारी सरकार ने, साहिबजादों के महान बलिदान की स्मृति में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया. सिख परंपरा के तीर्थों को जोड़ने के लिए भी हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है.
यहां लालकिले के पास में ही गुरु तेगबहादुर जी के अमर बलिदान का प्रतीक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब भी है! ये पवित्र गुरुद्वारा हमें याद दिलाता है कि हमारी महान संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु तेगबहादुर जी का बलिदान कितना बड़ा था. उस समय देश में मजहबी कट्टरता की आंधी आई थी. धर्म को दर्शन, विज्ञान और आत्मशोध का विषय मानने वाले हमारे हिंदुस्तान के सामने ऐसे लोग थे जिन्होंने धर्म के नाम पर हिंसा और अत्याचार की पराकाष्ठा कर दी थी. उस समय भारत को अपनी पहचान बचाने के लिए एक बड़ी उम्मीद गुरु तेगबहादुर जी के रूप में दिखी थी. औरंगजेब की आततायी सोच के सामने उस समय गुरु तेगबहादुर जी, ‘हिन्द दी चादर’ बनकर, एक चट्टान बनकर खड़े हो गए थे.
प्रधानमंत्री बोले- इससे पहले 2019 में हमें गुरुनानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व और 2017 में गुरु गोबिंद सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व मनाने का भी अवसर मिला था. मुझे खुशी है कि आज हमारा देश पूरी निष्ठा के साथ हमारे गुरुओं के आदर्शों पर आगे बढ़ रहा है.
PM मोदी ने संबोधन के दौरान कहा- ये भारतभूमि, सिर्फ एक देश ही नहीं है बल्कि हमारी महान विरासत है, महान परंपरा है. इसे हमारे ऋषियों, मुनियों, गुरुओं ने सैकड़ों-हजारों सालों की तपस्या से सींचा है, उसके विचारों को समृद्ध किया है.
PM मोदी ने कहा- ये लालकिला कितने ही अहम कालखण्डों का साक्षी रहा है. इस किले ने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को भी देखा है और देश के लिए मरने-मिटने वाले लोगों के हौसले को भी परखा है.
PM मोदी बोले- अभी शबद कीर्तन सुनकर जो शांति मिली, वो शब्दों में अभिव्यक्त करना मुश्किल है. आज मुझे गुरू को समर्पित स्मारक डाक टिकट और सिक्के के विमोचन का भी सौभाग्य मिला है. मैं इसे हमारे गुरूओं की विशेष कृपा मानता हूं.
PM मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, 'सभी 10 गुरुओं के चरणों में आदरपूर्वक नमन करता हूं. आप सभी को मैं प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई देता हूं.'
प्रकाश पर्व के मौके पर एक डाक टिकट जारी की गई और सिक्के भी जारी किए गए.
PM मोदी को स्वर्ण मंदिर की प्रतिमा और तलवार भेंट में दी गई. साथ ही कार्यक्रम में मौजूद शीर्षाधिकारियों ने पीएम मोदी को शॉल उड़ाई.
प्रधानमंत्री मोदी पहुंच चुके हैं. उन्होंने पहुंच कर गुरु तेग बहादुर के सम्मान में माथा टेका.
कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं और अब से कुछ देर में पीएम मोदी भी लाल किला प्रांगण से देश को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन लाल किले की प्राचीर से नहीं होगा, बल्कि वे लॉन से राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
कार्यक्रम में 400 सिख 'जत्थेदारों' के परिवारों को भी आमंत्रित किया गया है, जिनमें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के लोग भी शामिल हैं.
कार्यक्रम में सिख संगीतकारों द्वारा परफॉर्मेंस दी जाएगी और फिर लंगर भी होगा. PM मोदी इस अवसर पर एक स्मरणीय सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे.
PM Modi आज रात 9.30 बजे भाषण देंगे. स्वतंत्रता दिवस के अलावा, यह दूसरी बार है जब पीएम इस ऐतिहासिक स्मारक से भाषण देंगे.