Sachin Vaze Case LIVE: सचिन वझे-अनिल देशमुख की मुलाकात पर शरद पवार ने दी सफाई, Supreme Court पहुंचे परमबीर सिंह
Sachin Vaze Case LIVE Update: एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी गाड़ी की बरामदगी और उसके मालिक मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) की संदिग्ध हालात में मौत के केस में नया-नया ट्विस्ट आ रहा है और राज्य में राजनीतिक भूचाल आ गया है. इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज लॉ एंड ज्यूडिशरी से जुड़े बड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जानिए, इस केस से जुड़ी हर अपडेट...
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वीडियो पर अनिल देशमुख ने दी सफाई
अमित मालवीय के सवाल उठाने के बाद अनिल देशमुख ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, 'मुझे कोरोना हुआ था और इसी वजह से नागपुर के अलेक्सिस अस्पताल में 5 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक एडमिट था. 15 को जब मेरा डिस्चार्ज हो रहा था, तब मैं अस्पताल से घर जाने के लिए नीचे आया और अस्पताल के नीचे पत्रकार मिले. कोविड की वजह से वीकनेस थी तो वही बैठकर उनके सवालों का जवाब दिया. घर आकर मैं 27 फरवरी तक होम क्वारंटाइन हो गया और 28 फरवरी को घर से बाहर निकला.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे परमबीर सिंह
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे अपने पत्र में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उन्होंने अपने अर्जी में मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
अनिल देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं: शरद पवार
शरद पवार ने कहा, 'इस केस की वजह से सरकार के ऊपर कोई असर नहीं होगा. अब यह साफ हो गया है कि अनिल देशमुख उस समय नागपुर में थे, इसलिए इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है. परमबीर किसी पॉलिटिकल पार्टी के हैं ऐसा मैंने कभी नहीं देखा हैं. इस मामले की जांच कैसे होगी यह मुख्यमंत्री को तय करना है.'
बीजेपी आईटी सेल अमित मालवीय ने शरद पवार के दावों पर सवाल उठाए हैं और अनिल देशमुख का एक वीडियो रीट्वीट किया, जिसमें वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. अमित मालवीय ने आरोप लगाया, 'शरद पवार का दावा है कि अनिल देशमुख 5-15 फरवरी से अस्पताल में और 16-27 फरवरी को होम आइसोलेशन में थे. लेकिन अनिल देशमुख 15 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.'
शरद पवार ने कहा, 'ये सब आरोप परमबीर सिंह ने ध्यान भटकाने के लिए लगाए हैं. यदि आप पूर्व कमिश्नर की चिट्ठी को देखते हैं, तो उन्होंने उल्लेख किया है कि फरवरी के मध्य में उन्हें कुछ अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया था कि उन्हें गृह मंत्री से ऐसे और वैसे निर्देश मिले हैं. ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं, क्योंकि 6 से 16 फरवरी तक अनिल देशमुख कोरोना से संक्रमित होने के कारण नागपुर के अस्पताल में भर्ती थे.'
शरद पवार ने कहा, 'एंटीलिया के बाहर एक गाड़ी में कुछ सामान रखा गया था और फिर मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की. यह गाड़ी मनसुख हिरेन की थी. अब एटीएस का कहना है कि उन्होंने हिरेन की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे साफ हो गया है की हिरेन की हत्या किसने की. अब और चीजें आगे पता चलेंगी कि जिन्हें पकड़ा गया है उन्होंने हत्या की या नहीं. मैं यह देखकर खुश हूं कि गाड़ी में बम वाला केस एटीएस ने सॉल्व कर लिया है.'
शरद पवार ने कहा, 'पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी में उन्होंने जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के फलां निर्देशों की जानकारी मिली थी, 5 से 16 फरवरी तक अनिल देशमुख कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे.'
सचिन वझे केस में विवाद बढ़ने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार एक बार फिर सामने आए और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सचिन वझे व अनिल देशमुख के मुलाकात पर खुलासा किया. उन्होंने कहा, 'अनिल देशमुख और सचिन वझे की मुलाकात की बात गलत है, क्योंकि फरवरी में वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती थे और 15 फरवरी को उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी मिली थी.'
सचिन वझे केस को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा चल रहा है और बीजेपी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है. राज्य सभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
मनसुख हिरेन की मौत के मामले मे महाराष्ट्र ATS के अधिकारी गिरफ्तार किए गए निलंबित पुलिस कर्मचारी विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश को आज क्राइम स्पॉट्स पर ले जाएंगे. एटीएस दोनों आरोपियों को उस जगह ले जाएगी, जहां मनसुख की बॉडी मिली थी और जहां से फेंका गया होगा. (इनपुट- अंकुर त्यागी)
मनसुख और उनके भाई के बीच बातचीत से बड़ा खुलासा
25 फरवरी को एंटीलिया के पास जिलेटिन से भरी स्कार्पियो कार मिलने के बाद गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन और उनके भाई बीजेपी के बीच हुई बातचीत से बड़ा खुलासा हुआ है. मनसुख और उनके भाई विनोद के बीच 27 फरवरी को बातचीत हुई थी, जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग महाराष्ट्र ATS के हाथ लगी है, जिसे सबूत के तौर पर दिया जाएगा.
मनसुख हिरेन और उनके बीच हुई बातचीत
विनोद- नींद हो गयी क्या? क्या हुआ?
मनसुख- अब नहीं जाना पड़ेगा सारा स्टेटमेंट हो गया है.
विनोद- स्टेटमेंट में क्या लिखवाया, वह गाड़ी सचिन वझे भी चलाते थे बताया न स्टेटमेंट में.
मनसुख- ऐसा नहीं लिखवाया.
विनोद- क्यों नहीं लिखवाया.
मनसुख- सचिन वझे ने कहा था कि वो गाड़ी चलाते थे, ये बात किसी को मत बताना. इस वजह से वह बात मैंने स्टेटमेंट में नही लिखवाई है.
विनोद- तूने गलत लिखवाया है, इसपर कोई गड़बड़ी तो नहीं होगी न?
मनसुख- कुछ नहीं होगा, साहब (सचिन वझे) के पास ही मामला है.
विनोद- ATS वाले भी जानकारी निकालेंगे.
मनसुख- साहब (सचिन वझे) के पास सब पेपर है, साहब ही मेन हैं, अब कुछ नहीं होगा.संजय राउत की केंद्र सरकार को चेतावनी
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'अगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने तय किया है कि अनिल देशमुख के ऊपर जो आरोप लगे हैं, उनमें तथ्य नहीं है और उनकी जांच होनी चाहिए तो इसमें गलत क्या है? आरोप सभी नेताओं के ऊपर लगते रहे हैं. सबका इस्तीफा लेकर बैठे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा.' उन्होंने आगे कहा, गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि 'लेटर बम' की तथ्यों की जांच होनी चाहिए, सीएम को इसकी जांच करनी चाहिए. एनसीपी प्रमुख ने कहा है कि इसकी जांच होनी चाहिए. अगर सरकार इस जांच की चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार है, तो इस्तीफे का मुद्दा बार-बार क्यों उठाया जा रहा है? अगर कोई केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रयास कर रहा है, तो मैं उन्हें चेतावनी दे रहा हूं कि आप स्वयं उस आग में जल जाएंगे.'
अनिल देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं: NCP
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, 'हमें लगता है कि परमबीर सिंह की चिट्ठी एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है. परमबीर सिंह की दिल्ली में किस-किस से मुलाकात हुई थी उसकी हमें जानकारी है. जांच के माध्यम से सच्चाई सामने आएगी.' उन्होंने आगे कहा, 'उच्च अधिकारियों के माध्यम से चिट्ठी की जांच होगी. एक चिट्ठी के आधार पर गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग हो रही है. इस्तीफा देने का सवाल नहीं होता है. पार्टी ने निर्णय लिया है कि जांच होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.'
नार्को टेस्ट कराते हुए तुरंत इस्तीफा दें: राम कदम
बीजेपी नेता राम कदम (Ram Kadam) ने ट्वीट कर कहा, 'हम पुनः मांग करते हैं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत गृह मंत्री अनिल देशमुख दोनों स्वयं का नार्को टेस्ट कराते हुए तुरंत इस्तीफा दें और अपने दामन की सच्चाई बयां करें. हो जाने दो दूध का दूध और पानी का पानी.'
महाराष्ट्र एटीएस चीफ जयजीत सिंह गृह मंत्री अनिल देशमुख से मिलने उनके आवास पहुंचे.
उद्धव ठाकरे ने बुलाई अधिकारियों की बैठक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज (सोमवार) शाम 4.30 बजे अपने आवास पर राज्य के कानून और न्याय विभाग से जुड़े अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई है. (इनपुट- अंकुर त्यागी)
पूर्व पुलिस कमीश्नर ने लगाए थे गंभीर आरोप
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का आरोप है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार और होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करके उन्हें पहुंचाएं. आरोपों के बाद दिल्ली में शरद पवार के घर पर एनसीपी की बैठक हुई, जिसमें एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल शामिल हुए. बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह की चिट्ठी में लगाए गए आरोप गंभीर जरूर हैं, लेकिन इसमें कोई सबूत नहीं दिया गया है. इन आरोपों की गहन जांच की जरूरत है और उद्धव ठाकरे इस मामले में आखिरी फैसला लेंगे.