Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड पुलिस ने जारी की 202 लापता लोगों की लिस्ट, बरामद हुए 19 शव
नई दिल्ली: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक विकराल बाढ़ आ गई. फिलहाल तपोवन टनल (Tapovan Tunnel) में रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) जारी है. उत्तराखंड त्रासदी और देश-दुनिया की तमाम खबरों के ताजा अपडेट के लिए हमारे Live Blog के साथ बने रहिए...
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उत्तराखंड पुलिस ने बताया, 'तपोवन के टनल में मलबा लगातार हटाया जा रहा है, हम बचाव कार्य में लगे हुए हैं. जिन गांवों से संपर्क टूट गया है, वहां हम राहत सामग्री पहुंचाने में लगे हुए हैं. बाकी जगहों पर राहत कार्य के तहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. लापता लोगों को लगातार खोजा जा रहा है.'
उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में टनल में राहत और बचाव कार्य अभी चल रहा है. आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में स्निफर डॉग की मदद ले रहे हैं.
उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट कर बताया, 'कल (7 फरवरी) के हादसे में अभी तक लगभग 202 लोगों के लापता होने की सूचना है, वहीं 19 के शव अलग अलग स्थानों से बरामद किए गए है. शोक और दुःख की इस घड़ी में प्रशासन आपके साथ है, कृपया सहयोग बनाए रखें. राहत-बचाव कार्य त्वरित रूप से जारी है.
उत्तराखंड के एडीजी मनोज रावत ने कहा, 'ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान को हम अब कम करने का प्रयास कर रहे हैं. बहुत सारे लोग इसमें लापता हुए हैं. NTPC डैम में काम कर रहे लोग लापता हुए हैं और डैम को भारी नुकसान हुआ है.'
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अब तक 18 शव बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा, 'अब तक हमने 18 शव बरामद किए हैं और लापता लोगों की संख्या 202 है. हमने टनल में 80 मीटर तक मलबा हटा दिया है, आगे हमारी मशीनें लगी हुई हैं और हमें शाम तक कुछ सफलता मिलने की उम्मीद है.
पटना के रहने वाले मनीष कुमार NTPC (एनटीपीसी) में मैनेजर के तौर पर तैनात थे, जो मिसिंग हैं. इसके अलावा यूपी के लखीमपुर के 60 से ज्यादा लोग टनल में कार्यरत थे. उस लोकेशन से कुल 200 से ज्यादा लोग अभी भी मिसिंग हैं. (इनपुट- कृष्ण मोहन मिश्रा)
ITBP की टीम स्कैच बनवाकर टनल के अंदर ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं, जिसकी लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर यानी करीब 1500 मीटर है. टनल का लगभग 100 मीटर अभी तक साफ कर लिया गया है. थोड़ी देर के बाद स्थित कुछ और स्थित साफ हो जाएगी. टनल के अंदर में ऑक्सीजन का लेवल भी सही है. (इनपुट- कृष्ण मोहन मिश्रा)
NDRF DG एसएन प्रधान ने बताया, 'फोकस ढाई किलोमीटर के टनल पर है और सभी लोग मिट्टी हटाने में लगे है. एक किलोमीटर से ज्यादा टनल क्लियर हो चुका है. यहां से 11 शव निकाले गए हैं, जबकि 27 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. 153 लोग लापता हैं, जिसमें से 40 से 50 लोगों के टनल में फंसे होने की आशंका है, जबकि बाकी लोगों के बह जाने की आशंका है.' उन्होंने बताया, 'बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है, क्योंकि यहां मिटटी है, पत्थर है और नदी का इलाका है. टनल के अंदर तक पहुंचना मुश्किल है, लेकिन बिना हार माने टीम लगातार काम कर रही है. रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने में 24 से 48 घंटे लग सकते हैं.'
चमोली में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही के बाद पुल टूटने से 13 गांवों से संपर्क टूट गया है. जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया ने बताया कि इन गांवों के लिए रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है और उन्हें राहत पहुंचाई जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक इन गांवों में वैकल्पिक व्यवस्था या पुल तैयार नहीं हो जाता, तब तक हैली से यहां पर रसद पहुंचाया जाएगा. हमारी मेडिकल टीमें भी पहुंच गई हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि तपोवन प्रोजेक्ट का काम चल रहा था, इसमें बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे. अभी भी 203 लोग लापता हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने अपने मुख्य सचिव को बोला है कि यहां मौजूद ISRO के वैज्ञानिकों की मदद से ग्लेशियर टूटने के कारणों को ढूंढा जाए ताकि भविष्य में हम एहतियात बरत सके.'
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हमारे बहादुर जवान रातभर के बचाव कार्य के पश्चात सुरंग के मुहाने तक पहुंच गए हैं. बचाव कार्य जोरो से चल रहा है और हम और अधिक लोगों की जान बचाने की उम्मीद कर रहे हैं.
ITBP की डीआईजी अपर्णा कुमार ने बताया कि बड़ी टनल को 70-80 मीटर खोला गया है, जेसीबी से मलबा निकाल रहे हैं. यहां कल से 30-40 कर्मी फंसे हुए हैं.आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना यहां संयुक्त ऑपरेशन कर रही है. करीब 153 लोग लापता हैं.
कोटेश्वर रुद्रप्रयाग में एक और शव बरामद किया गया है, जिसके बाद हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है.
उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने के चलते आई भीषण बाढ़ में जानमाल के नुकसान से आहत भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने राहत और बचाव के लिए एक मैच की फीस देने की घोषणा की है. वो भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम के सदस्य हैं. पंत ने लोगों से अपील की कि वे भी मदद करें. पंत ने एक ट्वीट में कहा, 'उत्तराखंड में हुए हादसे से बहुत दुख हुआ. राहत, बचाव के लिए अपनी मैच फीस देना चाहूंगा और अधिक लोगों से मदद करने की अपील करूंगा.
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया, 'हमने दूसरी टनल के लिए सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, वहां करीब 30 लोगों के फंसे होने की सूचना है. आईटीबीपी के 300 जवान टनल को क्लियर करने में लगे हैं, जिससे लोगों को निकाला जा सके. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक 170 लोग इस आपदा में लापता हैं.
चमोली पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने कहा, 'टनल में फंसे लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं.