दमोह: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह (Damoh) में बेटे को सड़क हादसे में खो चुके एक पिता ने बेहद मार्मिक अपील की है. बेटे के तेरहवीं संस्कार पर आए लोगों को पिता ने हेलमेट बांटे और हाथ जोड़कर आग्रह किया कि कोई भी बेटा बिना हेलमेट बाइक न चलाए.


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दरअसल, जवान बेटे की मौत से तेजगढ़ का दीक्षित परिवार गम में है. बीते दिनों इस परिवार का बेटा लकी दीक्षित एक सड़क हादसे का शिकार हो गया था. बाइक सवार लकी एक गाड़ी से टकराया, जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. हादसे के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया. परिवार वालों ने माना कि अगर उनके बेटे ने हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती. लेकिन, अब अफसोस जाहिर करने के अलावा कुछ नहीं बचा.


गमगीन परिवार जैसे-तैसे इस दुख की घड़ी में संभला. लेकिन, लकी के शिक्षक पिता का दर्द कम नहीं हो रहा है. उनके जहन में बस यही बात चल रही है कि अगर हेलमेट पहना होता तो उनका बेटा आज उनके साथ होता. वहीं, बेटे की तेरहवीं के दिन पिता ने अनूठी पहल की और बड़ी संख्या में हेलमेट मंगवाए. इस दौरान मृत्युभोज की जगह लकी के पिता महेंद्र दीक्षित ने नौजवानों के एक-एक हेलमेट दिए. लकी की फोटो के सामने उसके भाई ने युवाओं को ना सिर्फ हेलमेट दिए बल्कि पैर छूकर आग्रह भी किया कि बिना हेलमेट गाड़ी ना चलाएं.


दुखी पिता और परिवार की इस पहल को देख कर लोग भी हैरत में पड़ गए और एक पिता की भावनाओं का सम्मान किया. वहीं, दोस्त के साथ हुए दर्दनाक हादसे से लकी के दोस्त भी गम में हैं. और हेलमेट पहनने के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प ले रहे हैं. 
उधर, जब जिले के कलेक्टर को इस तरह की पहल की जानकारी मिली तो उन्होंने भी इसे सार्थक कोशिश माना और लोगों से सुरक्षित सफर करने की अपील की. साथ ही कहा कि दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करें.