नक्सलियों के जिस गढ़ में नहीं जाता कोई नेता, वहां जवानों का हौसला बढ़ाने पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि जो नक्सली समर्पण करना चाहते हैं और हिंसा छोड़ते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे लेकिन अगर वह हिंसा जारी रखेंगे तो हमारे पास फिर कोई विकल्प नहीं होगा.
नई दिल्लीः बीजापुर में नक्सली हमले में 22 जवानों की शहादत के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे. खास बात ये रही कि इस दौरान अमित शाह नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले बासागुड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप भी पहुंचे. दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार, बासागुड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप में अमित शाह का जाना इसलिए खास है क्योंकि सुरक्षा कारणों से राज्य के सीएम या मंत्री भी इस इलाके का दौरा नहीं करते हैं.
जवानों का बढ़ेगा मनोबल
माना जा रहा है कि नक्सली हमले के बाद जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए अमित शाह ने बासागुड़ा का दौरा किया. बासागुड़ा, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर है और बीती 3 अप्रैल को बीजापुर में जिस जगह हिंसा हुई, वहां से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
रिपोर्ट के अनुसार, बासागुड़ा नक्सली हिंसा के लिए कितना संवेदनशील है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां नदी के पुल के एक तरफ सुरक्षाबल के जवान तैनात हैं और दूसरी तरफ नक्सली. यहां नक्सली हिंसा और मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं.
अमित शाह ने कही ये बात
बासागुड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप में सुरक्षाबल के जवानों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 'नक्सलियों के खिलाफ हमारी निजी लड़ाई नहीं है. लेकिन यह देश में शांति और समानता लाने की लड़ाई है. शाह ने कहा कि आपने अपने कुछ साथियों को खोया है लेकिन भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार में भरोसा रखें. जिस उद्देश्य से लिए जवानों में अपने प्राणों की आहूति दी है, हम उसे जरूर हासिल करेंगे और जीत हमारी ही होगी.'
गृहमंत्री ने नक्सलियों से भी हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि जो नक्सली समर्पण करना चाहते हैं और हिंसा छोड़ते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे लेकिन अगर वह हिंसा जारी रखेंगे तो हमारे पास फिर कोई विकल्प नहीं होगा.
अमित शाह ने कहा कि कुछ साल पहले हम जिन इलाकों में कॉम्बिंग ऑपरेशन नहीं कर पाते थे, आज हम उन जगहों में भी अपने ऑपरेशन चला रहे हैं. अमित शाह ने कहा कि इस लड़ाई में जीत हमारी ही होगी. इस दौरान अमित शाह ने जवानों के साथ खाना भी खाया.