MP Assembly elections 2023: एमपी के सागर से बड़ी खबर है. यहां बीच सड़क न सिर्फ कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़े, बल्कि सड़क पर लात घूंसे और डंडे तक चल गए और दर्जन भर कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गए. मामला टिकिट वितरण से जुड़ा है और नाराजगी अब सड़कों पर है. दरसल सागर जिले की एससी रिजर्व सीट नरयावली से कांग्रेस ने दिग्गज दलित नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है, वहीं इस सीट से जिला पंचायत की पूर्व सदस्य शारदा खटीक भी टिकिट की मांग कर रहीं थीं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टिकिट की घोषणा के तुरंत बाद से लगातार विरोध कर रही शारदा खटीक कई तरीकों से टिकिट बदलने की मांग पार्टी से कर रही हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस पर विचार नहीं किया. आज शाम नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं और खटीक के समर्थंक नरयावली विधानसभा क्षेत्र के मकरोनिया में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का पुतला जलाने सड़कों पर उतरे और जमकर नारेबाजी करने लगे. इसी बीच चुनाव प्रचार में लगे सुरेंद्र चौधरी समर्थकों ने पुतला जलाने और नारेबाजी करने से रोका तो दोनों गुटों में तनातनी हो गई.


ऐसे हुआ विवाद
मामला बातचीत तक नहीं रहा, बल्कि सड़क पर लात घुसें और डंडे चले और सब कुछ कैमरों में कैद हो गया. इस झड़प और मारपीट में दर्जन भर लोगों को चोटें आई हैं और दोनों पक्ष पुलिस में शिकायत करने पहुंचे हैं. इस पूरे मामले में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि टिकिट का निर्णय पार्टी ने लिया है और पार्टी फोरम पर बात हो न कि इस तरह से सड़कों पर. उन्होंने इस सब के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है. कहा कि भाजपा के द्वारा उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं से ये सब कराया जा रहा है.  दूसरी तरफ नाराज शारदा खटीक पार्टी पर खुलकर बरस रही हैं और कहती हैं कि अभी भी वक्त है टिकिट बदल दिया जाए नहीं तो परिणाम ठीक नही होंगे.


इस सीट से 20 साल से भाजपा का कब्जा
 बुंदेलखंड की नरयावली विधानसभा सीट पर 20 साल से भाजपा का कब्जा है. अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा के प्रदीप लहारिया जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं. 2003 में सरकार विरोधी लहर में नरयावली सीट भाजपा के खाते में चली गई थी. तब से लगातार यहां भाजपा की जीत होती जा रही है.  नरयावली सीट पर आखिरी चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2018 में यहां 67 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. इसमें प्रदीप लहारिया की 8900 वोटों से जीत हुई थी. लहारिया को 74360 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी 65460 वोट मिले.


रिपोर्ट: महेंद्र दुबे