Election Campaign Stops in Madhya Pradesh- Chhattisgarh: 17 नवंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मच रहा शोर शांत हो गया है. शहर-गांव की हर एक गली में अब तक सुनाई दे रही गूंज अब नहीं गूंजेगी. अब न ही रैलियां होंगी और न ही कोई भी स्टार प्रचारक किसी भी तरह की सभा को संबोधित कर पाएगा. तो जानिए आखिर फिर मतदान के 48 घंटे पहले चुनावी प्रचार थमने के बाद क्या होगा. 


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MP-छत्तीसगढ़ में थमा प्रचार
15 नवंबर की शाम 5 बजे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत प्रदेश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया.  मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीट और छत्तीसगढ़ की 70 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को वोटिंग होगी. BJP-कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में वोट डालने की अपील के लिए दिग्गज मैदान में आए औ विशाल सभाओं को संबोधित किया. PM नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, UP के CM योगी आदित्यनाथ आदि ने प्रचार की कमा संभाली.


सभी नेताओं को जाना होगा वापस
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जनसभाएं करने आए दिग्गजों को अब वापस अपने-अपने राज्य जाना होगा. अब कोई भी स्टार प्रचार चुनावी राज्यों में कोई भी सभा नहीं कर पाएंगे. 


डोर टू डोर होगा कैंपेन
चुनावी प्रचार थमने के बाद अब प्रत्याशी गुरुवार शाम तक मतदाताओं के घर-घर जाकर कैंपेन कर सकेंगे. अब प्रत्याशी प्रदेश में कहीं भी जनसभा और रोड शो नहीं पाएंगे. 


BJP ने किया जीत का दावा
चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद बीजेपी ने जीत का दावा करते हुए कहा- विश्वशनियता, हमारी सरकार की योजनाएं और विकास के मुद्दों पर जनता वोट करेगी.भारतीय जनता पार्टी अपनी संगठनात्मक क्षमताओं और डबल इंजन की सरकार के दम पर पर प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी. हमारे नेताओं ने ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया है. कांग्रेस में न तो नियति है और न ही उनकी विश्वसनीयता है.


कांग्रेस ने भाजपा पर बोला हमला 
कांग्रेस का कहना है कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि होती है. मध्य प्रदेश की जनता 18 साल के कुशासन और भ्रष्टाचार की चक्की में पिस रही है. सत्ता विरोधी लहर मौजूदा सरकार को ध्वस्त करेगी. हमारे मुद्दों में किसान, मजदूर, कानून व्यवस्था और बेरोजगारी है तो इन मुद्दों पर कांग्रेस के नेताओं ने अपनी आवाज बुलंद की है. जनता ने उनकी आवाज को सुना है. हम जनता के दर्द में सहभागी बने हैं. अब जनता ही मध्य प्रदेश में लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने का फैसला करेगी.