MP Chief Secretary: एक तरफ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Vidhansabha Chunav) के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ प्रदेश में मुख्य सचिव बदले जाने की चर्चाएं नतीजों से पहले ही शुरू हो गई हैं. क्योंकि सूबे के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस रिटायर होने वाले हैं. इसके पहले भी इन्हे 6-6 महीने का दो बार एक्सटेंशन दिया जा चुका है. जबकि माना जा रहा है कि तीसरी बार भी भी उनका एक्सटेंशन किए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है. 


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आचार संहिता लागू 


विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में अभी आचार संहिता लगी हुई है. ऐसे में इस तरह के मसलों पर कोई भी फैसला चुनाव आयोग ही ले सकता है. बताया ये भी जा रहा है कि इनका कार्यकाल 1 महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है जिसके लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेज दिया गया है. लेकिन यह भी माना जा रहा है कि अगर उनका रिटायरमेंट नहीं रोका जा सकता है तो फिर नई सरकार बनने तक सीनियरिटी के आधार पर किसी सीनियर अफसर को मुख्य सचिव का चार्ज मिल सकता है. जिसमें सबले आगे वीरा राणा का नाम आ रहा है. 


राणा बैंस के बाद सबसे सीनियर 


दरअसल, ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि इकबाल सिंह बैंस के बाद 1988 के IAS वीरा राणा ही सबसे सीनियर हैं. इसके अलावा 1987 बैच के IAS अजय तिर्की और उसके बाद 1988 बैच के ही संजय बंधोपाध्याय का नाम भी इस रैस में शामिल हैं. बता दें कि 1985 बैच के IAS है इकबाल सिंह बैंस. इनको दो बार एक्सटेंशन दिया जा चुका है. लेकिन अभी चर्चा ये है कि अगली सरकार बनने तक फिर से इनको एक्सटेंशन दिया जा सकता है. 


मुख्य सचिव को लेकर निर्णय


प्रदेश में नाम को लेकर जल्द निर्णय लिया जा सकता है. 3 दिसंबर की मतगणना के बाद सरकार का फैसला हो जाएगा. 16 वीं विधानसभा का गठन दिसंबर के पहले सप्ताह में हो जाएगा. फिर नई सरकार के आने के बाद सरकार तय करेगी कि मुख्य सचिव किसे बनाया जाएगा. लेकिन सरकार गठन से पहले ही मुख्य सचिव का मुद्दा प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक गलियारों में चल रही है.