Rau assembly seat: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुछ सीटें ऐसी हैं जिस पर सभी का फोकस रहने वाला था. इन्हीं सीटों में से एक इंदौर की राऊ सीट भी थी.   BJP का गढ़ माने जाने वाली इंदौर जिले की VIP सीट राऊ में पिछले दो चुनावों से कांग्रेस दम दिखा रही थी. लेकिन इस बार कांग्रेस को यहां हार का सामना करना पड़ा है. जीतू पटवारी का मधु वर्मा ने बड़े अंतर से हरा दिया है.


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2023 में ऐसा रहा परिणाम
बीजेपी - मधु वर्मा 151672
कांग्रेस - जीतू पटवारी  116150
बीजेपी की 35522 वोटों से जीत


राऊ विधानसभा सीट का इतिहास
इंदौर जिले की खास सीट राऊ साल 2008 में अस्तित्व में आई. इस सीट में अब तक 3 बार चुनाव हैं, जिनमें शुरुआती साल यानी 2008 में BJP प्रत्याशी ने जीत दर्ज की. लेकिन इसके बाद 2013 और 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने विजय प्राप्त की. अब इस बार चुनाव के लिए BJP ने इस सीट से मधु वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है.  


बीजेपी ने मधु पर जताया विश्वास
बता दें कि पिछले चुनाव में भी मधु वर्मा भाजपा के ही प्रत्याशी थे. लेकिन पार्टी ने चुनाव से महज 15 दिन पहले ही उम्मीदवार बनाया था. हालांकि इस बार तो चुनाव से बहुत पहले ही उनके नाम की घोषणा कर दी गई है. माना जा रहा है कि जीतू पटवारी को घेरने के लिए ही ये रणनीति बनाई है. 2013 के चुनाव में जीतू ने 16 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी लेकिन साल 2018 में जीत का अंतर 16 हजार से कम होकर महज 5700 पर आ गया. जानकार अब मान रहे हैं कि इस बार बड़ा ही रोचक मुकाबला होने वाला है.


जीतू पटवारी पर कांग्रेस को भरोसा
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और राहुल गांधी की दोस्ती के खूब चर्चे हैं. यह बात किसी से नहीं छिपी है कि जीतू पटवारी राहुल गांधी के बेहद करीबी हैं. कुछ समय पहले राहुल गांधी की अध्यक्षता में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी जीतू पटवारी केरल पहुंचे थे. इस दौरान दोनों ने आधे घंटे तक पैदल चलते-चलते बातचीत की थी. उससे पहले मंदसौर गोलीकांड के दौरान भी राहुल गांधी और जीतू पटवारी की करीबी देखने को मिली थी. इसके अलावा भी ऐसे कई मौके रहे, जहां दोनों एक साथ नजर आए. अब IDA के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मधु वर्मा और जीतू पटवारी के बीच इस बार का मुकाबला रोचक होगा. 


जीतू मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. वह प्रदेश कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं. पहले वह राज्य में पार्टी के सचिव थे. जीतू यूथ कांग्रेस में जिला और प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2018 में कमलनाथ सरकार बनने पर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था.