Seoni Chunav Result: सिवनी में BJP के दिनेश राय मुनमुन की भारी मतों से जीत, यहां जानें सबसे सटीक नतीजे
Seoni Chunav Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Election Result 2023) के लिए मतगणना 3 दिसंबर को हुई. महाकौशल की सिवनी सीट पर बीजेपी के दिनेश राय मुनमुन ने भारी मतों से जीत हासिल की. यहां हम आपको सिवनी (Seoni News) जिले का रिजल्ट (seoni Vidhan Sabha Result) बता रहे है.
Seoni Assembly Election Result: महाकौशल की सिवनी विधानसभा सीट पर बीजेपी की शानदार जीत हुई है. भाजपा प्रत्याशी दिनेश राय मुनमुन ने 116795 वोट हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी आनंद पंजवानी को हराया. बता दें कि राज्य में कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ. ये साल 2018 के चुनावों के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा है. आइये जानते हैं महाकौशल के सिवनी जिले (seoni News) में जनता ने किस पक्ष में मतदान किया है और यहां के समीकरण के साथ चुनावी इतिहास क्या है.
2023 चुनाव परिणाम
सिवनी विधानसभा सीट पर बीजेपी की शानदार जीत हुई है. भाजपा प्रत्याशी दिनेश राय मुनमुन ने 116795 वोट हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी आनंद पंजवानी को हराया. आनंद पंजवानी को 98377 वोट मिले.
कौन-कौन है प्रत्याशी
सिवनी जिले से विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने दिनेश राय मुनमुन को मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस ने आनंद पंजवानी को चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव कैंपेन के दौरान दोनों दलों में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. अब परिणाम में जनता का फैसला साफ है.
कितना हुआ है मतदान
विधानसभा चुनाव के लिए पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही सिवनी में 17 नवंबर को मतदान हुआ था. इसमें इलाके की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अगली सरकार में सहभागिता के लिए अपने विधायक का चुनाव किया. सिवनी जिले की बात करें तो यहां कुल 86.29 फीसदी मतदान हुआ.
2018 चुनाव परिणाम
2018 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो केवलारी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में बीजेपी विजयी रही. भाजपा के राकेश पाल सिंह ने कुल 85,839 वोट हासिल किए और कांग्रेस के रजनीश हरवंश सिंह को मात दी थी, जिन्होंने 79,160 वोट हासिल किए और दूसरा स्थान हासिल किया. जबकि, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राजेंद्र राय 21,694 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
2023 से पहले मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि, 2020 में सेनेरियो बदला और सिंधिया के साथ बगावत कर कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाई और प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए.