Assembly Elections 2023: विधानसभा चुनाव की वोटिंग से 2 दिन पहले रीवा जिले में आदिवासी महिला जिला पंचायत सदस्य से मारपीट का मामला सामने आया है.  जिला पंचायत सदस्य वार्ड क्रमांक 4 की सुंदरिया आदिवासी के साथ प्रचार के दौरान मारपीट का आरोप लगा है. महिला सेमरिया विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा के पक्ष में प्रचार कर रही थी. आरोप है कि इस दौरान विपक्ष के लोगों उन पर हमला कर दिया. 


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दरअसल, प्रचार कर वापस लौट रही स्कॉर्पियो में सवार जिला पंचायत सदस्य समेत 2 अन्य महिला और 3 युवकों के साथ मारपीट की गई. बताया जा रहा है कि अचानक आई बिना नंबर की नई बोलेरो वाहन ने ओवरटेक करते हुए वाहन रोक और लाठी डंडे से हमला कर दिया. वाहन में भी बदमाशों ने जमकर तोड़फोड़ की.  घटना के बाद भारी संख्या में लोग विश्वविद्यालय थाने पहुंचे. कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा भी थाने के बाहर बैठे. तीनों महिला थाने के बाहर जमीन पर लेटी हुई थीं. सभी बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. 


क्या बोली पुलिस
पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय थाना प्रभारी वर्षा सोनकर ने बताया कि कुछ महिलाएं शिकायत लेकर आई हैं. मारपीट और वाहन में तोड़फोड़ होने की घटना बताई है. मेडिकल फॉर्म भरकर इनका प्रथम मेडिकल कराया जाएगा. उसके बाद घटनास्थल की जांच कराई जाएगी. तत्पश्चात जो भी तक सामने आएंगे उसे आधार पर कार्रवाई की जाएगी.


इस सीट आमने-सामने धुर विरोधी
सेमरिया विधान सभा सीट की गिनती प्रदेश की हॉट सीटों रही है, क्योंकि यहां पर भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी और कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा आमने सामने हैं. यह दोनों नेता एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं.  अगर उभय मिश्रा की बात की जाए तो सेमरिया विधानसभा सीट 2008 में नई विधानसभा सीट बनी तब अभय मिश्रा यहां से विधायक चुने गए. इसके बाद 2013 में अभय मिश्रा की पत्नी नीलम मिश्रा इस सीट से बीजेपी की विधायक चुनी गईं. 2018 में बीजेपी ने चेहरा बदला केपी त्रिपाठी को टिकट देकर चुनावी मैदान पर उतार दिया और एक बार फिर बीजेपी की इस सीट जीत हुई. इसी दौरान अभय मिश्रा कांग्रेस के हो गए.