Ayurvedic colleges in MP : मध्यप्रदेश के लोगों को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव जल्द ही एक नई सौगात देने वाले हैं. सीएम यादव ने हाल ही में नर्मदापुरम, बालाघाट, सागर, शुजालपुर और डिंडोरी जिलों में नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जाने की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने उज्जैन में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान शुरू करने के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश की है. सीएम ने कहा कि आयुर्वेदिक कॉलेज की स्थापना में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि इन आयुर्वेदिक कॉलेजों को जनजाति बहुल क्षेत्रों में खोलने पर जोर दिया जाएगा.  उन्होंने मंत्रालय में आयुष विभाग की समीक्षा बैठक में इन सभी की जानकारी साझा की. 


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आयुष विभाग की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री ने कहा कि खजुराहो में योग संस्थान की स्थापना जल्द ही शुरू की जायेगी. उन्होंने  कहा कि वे इसके लिए लगातार केंद्र सरकार से जुड़े हुए हैं.  इस बैठक में आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार और मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा  शामिल हुए. इसके साथ बैठक में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा के वरिष्ठ मंत्री भी शामिल हुए. बैठक में विभाग की अलग-अलग योजनाओं को शुरू करने के साथ विभाग की प्रगति पर बातचीत हुई.


अधिकारी सेलेक्शन प्रक्रिया
अधिकारियों ने बैठक में बताया कि पीएससी (पब्लिक सर्विस कमीशन) से 543 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी चुने गए है. अब इन 543 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों के पदों की सर्विस सेलेक्शन प्रक्रिया चल रही है. यह प्रक्रिया पूरी होने पर आयुर्वेद चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा और स्थानीय स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होंगी.


संविदा सीएएमओ का सेलेक्शन
आयुष्मान आरोग्य मंदिर में 533 संविदा सीएएमओ (चिकित्सा अधिकारी) की सेलेक्शन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इससे आयुष सेवाओं के क्षेत्र में और सुधार होगा और अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा. जाएंगे. 


खुशीलाल कॉलेज को मिला फंड 
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज भोपाल के सुधार और उन्नति के लिए एक अहम पहल की गई है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए 1999.86 लाख रुपये की राशि के निर्माण कार्य को मंजूरी दी गई है.  इस वित्तीय स्वीकृति से कॉलेज में आवश्यक सुधार और नए निर्माण कार्य किए जाएंगे.


बेहतर चिकित्सा सुविधाएं 
उन्होंने बताया कि साल 2023 में आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (OPD) और इन पेशेंट डिपार्टमेंट (IPD) में कुल मिलाकर एक करोड़ 37 लाख मरीजों का इलाज किया गया. इस  स्वास्थ्य सेवा के अंदर विभिन्न प्रकार की बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए मरीजों को अच्छी चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं. इसके अलावा कुल 2500 रोगियों की सर्जरी की गई. इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं. साथ ही नौ हजार छह सौ सत्रों का आयोजन किया गया. इन सत्रों में योगासन, प्राणायाम और अन्य वैलनेस की गतिविधियां शामिल हैं.