प्रमोद शर्मा/भोपाल: भोपाल में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन को लेकर मारामारी चल रही है. बड़ी संख्या में लोग हमीदिया अस्पताल में पहुंचे हैं. किसी भी मरीज के परिजन को इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. लोग फॉर्म लेकर दर-दर भटक रहे हैं. 


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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है. मानवाधिकार आयोग ने सरकार को नोटिस भेजा है. जिसमें आयोग ने सरकार से 6 प्रश्न पूछे हैं. 


आयोग ने सरकार से इंजेक्शन को लेकर क्या व्यवस्था हो गई है ? म्यूकोरमाइकोसिस से अब तक एमपी में कितनी हुई मौत? कालाबाजारी के खिलाफ अब तक क्या एक्शन लिया गया ? कोरोना वायरस के तीसरी लहर को लेकर सरकार की व्यवस्थाएं क्या हैं प्रश्न पूछे हैं. साथ ही जवाब के लिए सरकार को 28 मई तक का समय दिया है.


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आपको बता दें कि विवेक तन्खा ने ब्लैक फंगस और कोविड-19 के इलाज को लेकर सवाल उठाए हैं. जिसे लेकर उन्होंने मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र जैन को याचिका भेजी थी. जबलपुर में भी ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. 


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी प्रदेश में चल रहे संक्रमण को लेकर सरकार को घेर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, मध्यप्रदेश में इस कोरोना महामारी में एक तरफ जीवन रक्षक दवाइयों, इंजेक्शनों, उपकरणो के अभाव में कई लोगों की जाने जा रही है. इसके लिये लोग आज भी दर-दर भटक रहे है, वही दूसरी तरफ आपदा की इस घड़ी में प्रदेश भर में भाजपा व उसके नेताओं से जुड़े हुए लोगों के नाम निरंतर इसकी कालाबाजारी में नकली इंजेक्शन सप्लाई में प्रतिदिन सामने आ रहे हैं.


''मैं सरकार से मांग करता हूं कि इन कालाबाजारी के सभी मामलों की व इसमें सामने आये रसूखदार,सत्ताधारी जिम्मेदार लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जांच की घोषणा हो. इन मिलावटी नरपिशाचो के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, इन्हें बख्शा नहीं जावे. यह मानवता के दुश्मन हैं, इंसानियत के दुश्मन है.संकट की इस घड़ी में भी इनके लिये पैसा ही भगवान है. यह आपदा में भी अवसर तलाश रहे है.जनता इनको कभी माफ नहीं करेगी.



सरकार ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज मुफ्त करवाएगी- सीएम 
समीक्षा बैठक के लिए उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री ने ब्लैक फंगस को लेकर भी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज सरकार मुफ्त करवाएगी. वर्तमान में प्रदेश में 573 के आसपास ब्लैक फंगस के मरीज हैं. आप सभी अपने अपने जिलों में एक-एक पोस्ट कोविड केयर सेंटर बनायें. ब्लैक फंगस के लक्षण अगर हैं तो तत्काल इसका इलाज किया जाये. प्रदेश में दवाइयों की कोई कमी नहीं है.