मानसून सत्र में विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए BJP ने बनाई ये रणनीति, पेश किए जाएंगे ये विधेयक
विधानसभा के मानसून सत्र में आज शिवराज सरकार अवैध कालोनियों को वैध करने का विधेयक पेश कर सकती है.
प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. सोमवार को पहले ही दिन विपक्ष ने आदिवासी और अवैध शराब के मुद्दे पर खूब हंगामा किया, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. ऐसे में अब भाजपा ने विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए रणनीति बनाई है. इसके तहत पार्टी ने मंत्री और विधायकों की एक टीम बनाई है, जो विपक्ष के हमलों का जवाब देगी.
आज पेश किए जाएंगे ये विधेयक
विधानसभा के मानसून सत्र में आज शिवराज सरकार अवैध कालोनियों को वैध करने का विधेयक पेश कर सकती है. इसके अलावा अवैध शराब के खिलाफ विधेयक समेत लगभग 12 अलग-अलग संशोधन विधेयक भी सदन में लाए जाएंगे. इन विधेयकों को पेश करने के दौरान विपक्षी नेताओं को जवाब देने के लिए मंत्रियों और विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है.
अवैध कालोनियों को वैध करने के लिए नगर पालिका विधि संशोधन विधेयक विधानसभा में पेश किया जाएगा. जिसमें यदि किसी व्यक्ति ने अपने प्लॉट एरिया पर 30 फीसदी अधिक निर्माण कर लिया है तो उसे वैध कराया जा सकेगा. हालांकि मकान के सामने की तरफ अगर अतिरिक्त निर्माण किया है तो छूट नहीं मिलेगा लेकिन साइड में या पीछे की तरफ अतिरिक्त निर्माण को शुल्क देकर वैध कराया जा सकता है.
प्रदेश सरकार मंगलवार को विधानसभा में पहला अनुपूरक बजट पेश कर सकती है. साथ ही नकली शराब के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए सरकार आबकारी अधिनियम में संशोधन संबंधी विधेयक भी ला सकती है. बता दें कि बीते दिनों में एमपी में नकली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई है. यही वजह है कि सरकार नकली शराब के खिलाफ कानून को सख्त करने जा रही है. इस विधेयक में नकली शराब के दोषियों को मौत की सजा तक का प्रावधान किया जा सकता है.
बाढ़ के हालात पर हो सकती है चर्चा
मानसून सत्र के दौरान आज बाढ़ के हालात पर भी चर्चा हो सकती है. हालांकि इसका अंतिम फैसला विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम करेंगे. साथ ही महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोद्योग विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक और मध्य प्रदेश माल और सेवा कर संशोधन जैसे महत्वपूर्ण विधेयक भी विधानसभा में पेश किए जा सकते हैं. इससे पहले सोमवार शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक देर शाम सीएम हाउस पर हुई. इस बैठक में मानसून सत्र की रणनीति और विधेयकों पर चर्चा हुई.
आदिवासियों के मुद्दे पर कल खूब हुआ हंगामा
दरअसल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस था और इसी दिन एमपी विधानसभा में मानसून सत्र का आगाज हुआ. जिस पर कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी दिवस पर छुट्टी की मांग करते हुए हंगामा किया. कांग्रेस के आदिवासी विधायकों ने विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया. आदिवासियों के मुद्दे पर सीएम शिवराज और विपक्ष के नेता कमलनाथ के बीच तीखी बहस भी हुई. सीएम शिवराज ने ऐलान किया है कि बिरसा मुंडा की जयंती पर आदिवासी दिवस मनाएंगे और अवकाश भी रहेगा. कांग्रेस का आरोप है कि उनकी सरकार में आदिवासी दिवस पर छुट्टी की घोषणा की गई थी लेकिन मौजूदा प्रदेश सरकार ने उस पर रोक लगाई.