तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक, शिवराज सरकार कितनी तैयार? NCPCR ने मांगी रिपोर्ट
प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट में NICU और SNCU, PICU में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी बताना होगा. साथ ही यह भी बताना होगा कि NICU, SNCU और PICU में पिछले तीन साल के मृत्युदर कितना था और इसका कारण क्या रहा था.
आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शनिवार को प्रदेश से संडे कर्फ्यू भी हटाने का आदेश दिया है. हालांकि बैतूल सहित कई जिलों संडे लॉकडाउन जारी रहेगा. इन जिलों की क्राइसिस कमेटी ने अभी सख्ती जारी रखी है. इस बीच प्रदेश में रिकॉर्ड टीकाकरण भी हुआ है. लेकिन अभी बीमारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. तीसरी लहर की शंका बरकरार है. और जैसा कि कहा जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी. इसे लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग सतर्क है.
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) ने तीसरी लहर की तैयारी को लेकर मध्यप्रदेश से जानकारी मांगी है. तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक हो सकती है. इसी आशंका के चलते आयोग ने तैयारी की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने प्रदेश के अस्पतालों में The newborn intensive care unit (NICU), Special NewBorn Care Unit (SNCU) और Pediatric intensive care unit (PICU) में व्यवथाओं की जानकारी साझा करने के लिए प्रदेश सरकार से कहा है.
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प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट में NICU और SNCU, PICU में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी बताना होगा. साथ ही यह भी बताना होगा कि NICU, SNCU और PICU में पिछले तीन साल के मृत्युदर कितना था और इसका कारण क्या रहा था.
इसे देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश ने राज्य के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीयों को तत्काल राज्य स्तर पर शिशु स्वास्थ्य शाखा में जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
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