भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण ने विकराल रूप धारण कर लिया है. संक्रमण के रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार  की तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं, इसी बीच एक खबर आई है कि प्रदेश में कोरोना की रोकथाम में निजी BSC नर्सिंग/GNM में प्रशिक्षण केंद्रों की अंतिम वर्ष की छात्राओं की मदद ली जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्यप्रदेश ने सभी जिला कलेक्टर और सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र  भी जारी कर दिया है.


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आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी एवं नियंत्रण के लिए विभिन्न परिपत्रों के माध्यम से अस्थायी मानव संसाधन एवं नर्स स्टाफ को निश्चित समय अवधि के लिए रखने की अनुमति दी गई है. इसके तहत शासकीय BSC नर्सिंग/GNM प्रशिक्षण केंद्रों की अंतिम वर्ष की छात्राओं का आकस्मिक पदस्थ जिला ग्वालियर, उज्जैन, रीवा, कटनी, विदिशा जिले में की गई है. साथ उन्हें प्रति माह 20 हजार रुपए दिए जाएंगे. 


इधर, देश भर में वैक्सीनेशन का तीसरा चरण भी शुरू हो गया है. जिसके तहत 18 से ज्यादा की उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है. लेकिन मध्य प्रदेश में वैक्सीन के डोज नहीं मिलने का कारण अभी अभियान नहीं शुरू हो सका है.


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मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि 3 मई को  प्रदेश को वैक्सीन की कुछ डोज मिलेगी. जिसके बाद टीकाकरण शुरू किया जाएगा. वहीं, टीकाकरण के लिए प्रदेश में तैयारियों पहले ही पूरी कर ली गई है.


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