भोपाल:  हनीट्रैप मामले की जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के हनीट्रैप वाले बयान को अपनी जांच में शामिल कर लिया है. सोशल मीडिया पर दिए बयान में उन्होंने कहा था कि हनीट्रैप की पेन ड्राइव सबके पास है तो उनके पास भी है. उनके इस बयान के आधार पर एसआईटी के जांच अधिकारी (आईओ) ने कमलनाथ से कहा है कि वे पेन ड्राइव उपलब्ध करवा दें. इसको लेने दो जून को खुद उनके पास आएंगे. वहीं, अब इस मुद्दे पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है.


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SIT द्वारा कमलनाथ से हनीट्रैप मामले की पेन ड्राइव मांगने पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सरकार कमलनाथ को जनता के मुद्दों को उठाने से रोकने में जुटी हुई है. मामले को लेकर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि एसआईटी सरकार के पिछलग्गू के तौर पर काम कर रही है.


कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन जांचों को एसआईटी को आगे बढ़ाना चाहिए, एसआईटी वो जांज आगे बढ़ाने की बजाय कमलनाथ को टारगेट कर रही है. क्योंकि कमलनाथ जनता के मूल मुद्दे उठा रहे हैं. यही कारण है कि शिवराज सरकार एसआईटी का प्रयोग राजनीति से प्रेरित हो कर कर रही है. 


वहीं, कांग्रेस के इन आरोपों का भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ ने पेन ड्राइव रखकर अपराध किया और इसे सार्वजनिक रूप से बयान देकर एक्सेप्ट भी किया है. अब जब एसआईटी ने पेन ड्राइव मांग ली है तो, कांग्रेस तिलमिला क्यों रही है? इसलिए कमलनाथ अपने बयान का खंडन करें और अगर पेन ड्राइव है तो उसे SIT को दें.


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