प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश में MBBS छात्रों को अब आरएसएस संस्थापक हेडगेवार और जनसंघ के संस्थापक नेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचार पढाए जाएंगे. बता दें कि ये विचार एमबीबीएस के फाउंडेशन कोर्स में मेडिकल एथिक्स टॉपिक का हिस्सा होंगे. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का इस पर कहना है कि इससे अच्छे डॉक्टर तैयार होंगे. 


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इन महापुरुषों के विचार किए गए शामिल 
बता दें कि जिन महापुरुषों के विचारों को एमबीबीएस कोर्स के दौरान पढ़ाया जाएगा, उनमें आयुर्वेद विशारद महर्षि चरक, आचार्य सुश्रुत, स्वामी विवेकानंद, आरएसएस संस्थापक डॉ. केशव हेडगेवार, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. भीमराव अंबेडकर शामिल हैं. इसी सत्र से इन महापुरुषों के विचारों को बतौर लेक्चर जोड़ा गया है. कहा जा रहा है कि इससे छात्रों का बौद्धिक विकास होगा. 


बता दें कि बीती फरवरी में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने एक नोटशीट विभाग के अधिकारियों को भेजी थी. जिसके बाद इसे लेकर सुझाव मांगने के लिए 5 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई. उस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर एमबीबीएस के फाउंडेशन कोर्स में उक्त महापुरुषों के विचारों को शामिल करने का फैसला किया गया है. 


क्या बोले चिकित्सा शिक्षा मंत्री
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस पर कहा है कि डॉ. हेडगेवार, अंबेडकर, दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुषों के विचारों को पढ़ाकर हम अच्छे डॉक्टर तैयार करेंगे. उन्होंने कहा कि महापुरुषों के विचारों को बढ़ाए जाने की जरूरत है. इसलिए सरकार ने यह फैसला किया है. सारंग ने कहा कि मैं मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर हूं इसलिए मैंने अपने विभाग में यह पहल की है. इन विचारों को स्कूल शिक्षा विभाग में लागू करने के सवाल पर विश्वास सारंग ने कहा कि इस पर चर्चा की जाएगी. 


मेडिकल काउंसिल तैयार करती है कोर्स
बता दें कि एमबीबीएस छात्रों का कोर्स नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा तैयार किया जाता है. मेडिकल काउंसिल कोर्स के लिए टॉपिक तय करती है लेकिन इन टॉपिक में क्या लेक्चर होंगे, इसे तय करने का अधिकार राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग को दिया गया है. इसी अधिकार के तहत राज्य सरकार ने फाउंडेशन कोर्स के मेडिकल एथिक्स टॉपिक में उक्त महापुरुषों के लेक्चर शामिल करने का फैसला किया है.


कमलनाथ को एतराज
वहीं सरकार के इस कदम से पूर्व सीएम कमलनाथ ने एतराज जताया है. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि "भाजपा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर अपनी विचारधारा को थोपने का प्रयास कर रही है और यह भी उसी एजेंडे का हिस्सा है. देश में कई महापुरुष हुए हैं, जिनका आजादी की लड़ाई से लेकर देश के विकास, देश हित में महत्वपूर्ण योगदान है."