सत्य प्रकाश/रायपुर: छत्तीसगढ़ में राखी के पवित्र त्यौहार के नाम पर राजनीति शुरू होती नजर आ रही है. राज्य में शराबबंदी पर हो रही राजनीति में अब राखी के बहाने राजधर्म की एंट्री हो गई है. ऐसा करने वाला कोई और नहीं बल्कि राज्यसभा सांसद और बीजेपी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय हैं. जिन्होंने सीएम भूपेश बघेल को रक्षाबंधन के पहले राखी के साथ एक पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की याद दिलाई है.


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सरोज पांडेय ने अपने पत्र में लिखा है-"आपकी यह बहन आपको याद दिलाती है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का राजधर्म जनता से किए गए वादे को पूरा करना है. इस रक्षाबंधन छत्तीसगढ़ की बहनों को उपहार स्वरूप कांग्रेस पार्टी का पूर्ण शराबबंदी का वादा पूरा कर यह भेंट अवश्य देंगे. रक्षासूत्र के साथ तिलक के लिए रोली और अक्षत भेज रही हूं, जो आपको आपका राजधर्म याद दिलाता रहेगा.आपके उपहार का इंतजार कर रही हूं."


हालांकि सीएम बघेल भी सरोज पांडेय के इस पत्र का जवाब देने से नहीं चूके. सीएम ने ट्वीट के जरिए भाजपा पर जमकर हमला बोला. इतना ही नहीं सीएम बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरे में ले लिया. 



सीएम ने लिखा, ''बहन, मैं आपसे एक आग्रह और करता हूँ कि एक राखी अपने भाई नरेंद्र मोदी जी को भी भेज दें और उनसे भी वादा करवाएँ कि देशवासियों से उनके द्वारा किए गये प्रत्येक वादे को पूरा कर सकें.मुझे उम्मीद है कि मेरी बहन में इतनी हिम्मत तो है कि वो अपनी पार्टी के नेता को एक राखी भेज सकेगी.''


अगले ट्वीट में सीएम बघेल ने लिखा कि, ''बहन सरोज पांडेय जी! आज आपका भाई भूपेश आपसे वादा कर रहा है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी होकर रहेगी, हम सब इसकी तैयारी में लगे हैं.''साथ ही आपका आभार इसलिए कि आपने आज पुनः प्रदेश के सामने ला दिया कि आपके भाई @drramansingh ने 15 साल तक आपके वादे को तोड़ा, आपकी बात नहीं मानी.''


सरोज पांडये के इस पत्र पर कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस कमेटी रिसर्च विभाग के अध्यक्ष इदरीस गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने रक्षाबंधन को राजनीतिक अस्त्र के रूप में इस्तेमाल करने पर भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव की कड़ी निंदा की है.


इदरीस गांधी का कहना है कि रक्षाबंधन एक पवित्र रिश्ते का त्यौहार है.  भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय को इस त्यौहार का राजनीतिक इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता.