CG: मतदाताओं को लुभाने के लिए 10 रुपये किलो बिक रहा था चिकन, चुनाव आयोग ने मारा छापा
जिन भी मतदाताओं के पास यह नोट हैं वह चिकन शॉप्स पर जाते हैं और इन 10 के नोटों को दिखाकर चिकन ले आते हैं.
कोरबाः छत्तीसगढ़ के कोरबा में मतदान से ठीक पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशियों की एक खास तरकीब का खुलासा हुआ है. यहां कुछ राजनीतिक पार्टियों ने ऐसी चिकन शॉप्स से टाइअप कर लिया है जो वोटर्स को 10 रुपये किलो में चिकन मुहैया करा रही हैं. 10 रुपये किलो चिकन के लिए इन राजनीतिक पार्टियों ने कुछ खास सीरियल नबंर वाले नए नोट आस-पास के इलाकों के रहवासियों में बंटवाए हैं, जिन्हें टोकन की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. जिन भी मतदाताओं के पास यह नोट हैं वह चिकन शॉप्स पर जाते हैं और इन 10 के नोटों को दिखाकर चिकन ले आते हैं. यही नहीं मतदाताओं को 10 रुपये में चिकन मिल सके इसके लिए इलाके का प्रभारी पूरे समय दुकानदार के संपर्क में रहता है.
200 किलो चिकन जब्त
बता दें मतदाताओं को लुभाने के लिए इस तरह के प्रलोभन देना आदर्श आचार संहिता की श्रेणी में आता है. जिसके चलते शिकायत मिलने पर चुनाव आयोग ने इस सभी चिकन शॉप्स पर छापा मारा और कई किलो चिकन जब्त किया है. दरअसल, क्षेत्र के लोगों को उसी दस रुपये के नोट पर चिकन उपलब्ध कराया जा रहा है जिसे दल के प्रत्याशियों ने जारी किया है. वहीं दस रुपये में चिकन मिलने की सूचना मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग की उड़नदस्ता टीम के साथ मिलकर मुड़ापार कोरबा स्थित सरदार चिकन सेंटर से 103 किलो चिकन और इतवारी बाजार शब्बीर चिकन सेंटर से 80 किलो चिकन जब्त किया है.
बकरा भात और चिकन की दावत
वहीं 10 रुपये में चिकन बेचने वाले चिकन सेंटर के संचालक ने बताया कि इसके लिए उससे कुछ राजनीतिक दल के लोगों ने संपर्क किया था और 10 रुपये किलो चिकन बेचे जाने की बात कही थी. हालांकि चिकन जब्त करने के बाद अधिकारियों को यह समझ नहीं आया कि इसे रखा कहां जाए तो उन्होंने सभी वोटर्स का बयान लेकर इसे उन्हीं को सौंप दिया, लेकिन इतना चिकन एक साथ मिलने पर अब वोटर को भी यह समझ नहीं आ रहा कि उसे कहां रखें. बता दें छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में चुनाव जीतने के लिए लोगों को बकरा भात और चिकन की दावत आम बात की खबरें पहले भी आ चुकी हैं और इस साल भी यह क्रम हमेशा की तरह जारी है.