रायपुर (सरवर अली): जहां देश में एक तरफ भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. दिल्ली जैसे बड़े शहरों में फिर भी पानी की समस्या कम है, लेकिन छत्तीसगढ़ का एक जिला ऐसा भी जहां पर लोग पानी की बूंद-बूंद को संभालकर रख रहे हैं ताकि इस गर्मी में प्यास को बुझाने के लिए मीलों का सफर ना तय करना पड़े. छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है. 


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गर्मी आते ही पूरा इलाका हो जाता है सूखाग्रस्त
पानी की किल्लत के बावजूद बाद भी प्रशासन द्वारा ऐसे गांवों में पानी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिससे पानी की समस्याओं से ग्रामीणों को निजात मिल सके. हम बात कर रहे है मनेन्द्रगढ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत तेंदुडांड की, जहां गर्मी आते ही पूरा गांव सुखा ग्रस्त हो जाता है, लोग पानी की एक एक बुंद के लिये भटकते नजर आते हैं. जहां अपनी प्यास बुझानें के लिये 2 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है. 



बोरिंग के नाम पर सरकारी पैसों का दुरुपयोग
कहने को तो तेदुडांड ग्राम पंचायत में पानी की समस्या को देखते हुए दर्जनों हैडपंप के लिए बोरिंग करवाए गए, लेकिन नतीजा जस का तस ही निकला है. सारे बोरिंग फेल हो गये किसी भी बोरिंग से पानी नही निकला, ऐसे में एक तरह से जनता की पैसों का बोरिंग के नाम पर दुरुपयोग किया गया. पंचायत द्वारा यह जानते हुये की यहां जल स्तर ना के बराबर है इसके बाद भी बोरिंग करानें का नाटक और कमींशन खोरी के चक्कर बोरिंग का कार्य किया गया, लेकिन पानी की समस्या को दुर नहीं किया जा सका है. वहीं इस मामले में अधिकारियों से बात करनें पर तत्काल पानी की समसया दुर करनें की बात कही जा रही है.