छतरपुरः सांप के काटने पर युवक को अस्पताल लेकर पहुंचे परिजन, वहीं कराने लगे झाड़-फूंक
अस्पताल पहुंचने पर परिजनों ने डॉक्टर से इलाज के लिए कहा, लेकिन अस्पताल में सांप के काटने पर दिया जाने वाला इंजेक्शन ऐंटी बेजल उपलब्ध नहीं था.
नई दिल्लीः छतरपुर के नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. जहां एक मरीज को सांप काटने पर पहले तो परिजन युवक को अस्पताल लेकर पहुंचे और बाद में डॉक्टर से मरीज का इलाज कराने की जगह मरीज के परिजन एक झाड़-फूंक करने वाले बाबा को ले आए और डॉक्टर से इलाज न करने की बात कहकर बाबा से झाड़-फूंक कराने लगे. वहीं अस्पताल में मौजूद पूरे स्टाफ सहित वहां मौजूद मरीज भी यह तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने भी मरीज के परिजनों और बाबा को रोकने की कोशिश नहीं की. झाड़फूंक के दौरान मरीज काफी देर तक तड़पता रहा, लेकिन परिजन अंधविश्वास में इतने डूबे थे कि किसी ने यह समझने की कोशिश ही नहीं की कि युवक को हो क्या रहा है.
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अस्पताल में उपलब्ध नहीं था ऐंटी बेजल
अस्पताल में मौजूद लोगों ने बता कि कुछ लोग अचानक एक युवक को लेकर अस्पताल पहुंचे, जिसे सांप ने काटा था. अस्पताल पहुंचने पर परिजनों ने डॉक्टर से इलाज के लिए कहा, लेकिन अस्पताल में सांप के काटने पर दिया जाने वाला इंजेक्शन ऐंटी बेजल उपलब्ध नहीं था. ऐसे मे डॉक्टर ने परिजनों को थोड़ा धैर्य रखने के लिए कहा और इंजेक्शन की व्यवस्था में लग गए, लेकिन तभी परिजन गए और एक झाड़फूंक करने वाला बाबा अपने साथ ले आए और अस्पताल में ही सांप का जहर उतारने का तमाशा शुरू हो गया.
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मेडिकल स्टाफ कुछ भी कहने को तैयार नहीं
वहीं युवक की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही थी, लेकिन किसी ने भी न तो बाबा और न ही परिजनों को रोकने की कोशिश की. जिसके बाद में मीडिया के हस्तक्षेप के बाद परिजनों और बाबा को अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया. वहीं अस्पताल में इस तरह की गतिविधियों को लेकर किसी भी तरह की कार्यवाई न करने पर मेडिकल स्टाफ कुछ भी कहने को तैयार नहीं है. अफसरों से मामले पर बात करने पर वह जांच की बात कह रहे हैं.