अनूप अवस्थी/ जगदलपुर: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में भाजपा सरकार बनने के बाद लगातार हर विभाग में गलत काम करने वालों पर कार्रवाई हो रही है. इसी के तहत बस्तर जिले में सरकारी राशन बांटने में गड़बड़ी करने वाले पीडीएस के दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. इसके चलते अब तक 15 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है. बता दें कि वसूली के पहले विभाग ने इन दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया था जिसमें पैसे को जमा करने की बात कही थी. 


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क्या है पूरा मामला 
 गौरतलब है की कोरोना काल के दौरान सरकारी राशन में 412 दुकानदारों ने 15 करोड़ 70 लाख रुपए की गड़बड़ी को अंजाम दिया था जांच के बाद विभाग ने राशन दुकान संचालकों को नोटिस जारी कर यह राशि जमा करने को कहा था. इसके बावजूद भी लगातार दुकान संचालक राशि देने से बचते रहे. इसके बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई जिसके बाद दुकान संचालक गड़बड़ी किया हुआ पैसा वापस देने लगे. अभी तक कुल 15 करोड़ रुपए की रिकवरी खाद्य विभाग ने कर ली है जबकि 70 लाख रुपए अभी संचालकों से वसूला जाना बाकि है. मामले को लेकर के बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम का कहना है कि बाकि बचे हुए दुकानदारों से भी पूरी रिकवरी कर ली जाएगी. प्रशासन ने दुकानदारों को कुर्की करने का नोटिस भी जारी कर दिया है. 


विधानसभा में उठा था ऐसा मामला
बीते दिन चावल,शक्कर और चना में हेराफेरी का मामला छत्तीसगढ़ विधानसभा में ऊठा था. बता दें कि कवर्धा जिले में लगभग 13 करोड़ की गड़बड़ी की गई थी. मामले ने जब तूल पकड़ा तो तीन दुकान संचालक के ऊपर एफआईआर दर्ज किया गया. बाकि  संचालको को नोटिस भी जारी की गई थी. मामले को लेकर जिले की खाद्य अधिकारी आकांक्षा नायक ने बताया 342 दुकान संचालकों से 2926 मीट्रिक टन खाद्य सामग्री की वसूली की जा चुकी और 540  मीट्रिक टन खाद्य सामग्री 38 दुकानदारों से तहसीलदार के माध्यम से वसूली की कार्यवाही की जा रही है. बता दें कि इस मामले को विधानसभा में बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने उठाया था.